फ़िल्म पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिला
फ़िल्म पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु युवा फ़िल्म पत्रकार निशांत उज्ज्वल को नूर फातिमा सम्मान 2017 से सम्मानीत किया गया…
फ़िल्म पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिला
फ़िल्म पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु युवा फ़िल्म पत्रकार निशांत उज्ज्वल को नूर फातिमा सम्मान 2017 से सम्मानीत किया गया…
रिजवान चंचल / जोखिम उठाकर खबर देने वाले खबरनवीस पहले भी खबर बनते रहें हैं और आज भी खबर बन रहे हैं .किसी का पैर तोड़ दिया जा रहा है तो किसी के सिर में तलवार घोंप दी जा रही है, कहीं कैमरे तोड़ दिए जा रहें हैं तो कहीं ओबीवैन तक आग के हवाले कर दी जा रही हैं, गोली खाने वालों की फेहरिस…
न्यूज़ चैनलों के बाबाओं का अध्ययन कीजिए। गुरमीत सिंह सिरसा में ही राम रहीम नहीं बनते हैं, वो कहीं भी बन जाते हैं
रवीश क…
अखबार का पुन: प्रकाशन भी जल्द ही शुरू होगा
नयी दिल्ली/ आजादी के बाद प्रकाशित हिंदी अखबार नवजीवन की वेबसाइट आज यहां लांच की गयी। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा स्थापित कंपनी द एसोसिएटेड जर्नल्स लिम…
इस्लामाबाद/ पाकिस्तान के एक प्रख्यात पत्रकार ने अमेरिका से आग्रह किया है कि आतंकवाद को समर्थन देने के मामले में उसे दोषी ठहराने की बजाए आतंकवाद से लडने में अमेरिका को पाकिस्तान की मदद करनी चाहिए। …
स्वागत योग्य, सराहनीय क़दम !!!
तारिक फातमी/ पत्रकारिता की शिक्षा देने वाले देश के एक प्रमुख संस्थान "माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय" ने पत्रकारिता के छात्रों के लिए गौ सेवा को अनिवार्य विषय के रूप में अपने पाठ्यक्रम में…
पत्रकारिता क्षेत्र में डिग्री के साथ-साथ अनुभवी पत्रकारों को प्राथमिकता
शीघ्र शुरू होने जा रहे अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ संस्थान (ANS) को अपनी हिंदी और अंग्रेजी भाषा की वेबसाइट्…
राष्ट्रीय एडीटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के साथ तालमेल से पत्रकारों की समस्याओं के निवारण की होगी कोशिश
जम्मू/ जम्मू समाचारपत्र …
सोनूगुप्ता / नईदिल्ली। नवजागरण प्रकाशन दिल्ली द्वारा आयोजित पुस्तक लोकार्पण, कवि सम्मेलन एवं सम्मान सामारोह का आयोजन गांधी शाति प्रतिष्ठान में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा. जौहर सफियाबादी ने किया। अतिथि के रुप में डा. रमा शंकर श्रीवा…
छोटे अखबारों को बचाने लिए हो सरकार की पॉलिसी
आज़ादी के 70 साल बाद अभी वर्तमान समय में छोटे और मध्यम अखबारों के लिए सबसे कठिन समय है। सरकार की डीएवीपी पाॅलिसी 2016 और जीएसटी के कारण 90 फीसदी अखबार बंद होने के कगार पर हैं, या …
पटना / बिहार की पहली न्यूज एजेंसी BYN का शुभारंभ स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कल पटना में किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए BYN के संपादक वीरेंद्र यादव ने कहा कि मासिक पत्रिका ‘वीरेंद्र यादव न्यूज’ वर्तमान स्वरूप में यथावत जारी रहेगी। पत्रिका के कार्य को विस्तार कर…
सुप्रिय प्रसाद नये अध्य़क्ष, अजीत अंजुम महासचिव
दिल्ली/ आज तक और इंडिया टुडे के मैनेजिंग एडीटर सुप्रिय प्रसाद को ब्रॉडकास्ट एडीटर्स असोसिएशन (BEA) यानी न्यूज चैनलों के संपादकों की संस्था का नया अध्य़क्ष चुन लि…
स्वतंत्रता दिवस और अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर कार्यक्रम
पटना/ कम्युनिटी राइट्स एंड डेवलपमेंट फ़ाउंडेशन (सीआरडीएफ़) और स्नातकोत्तर उर्दू विभाग, पटना विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में स्वतंत्र…
दिसंबर तक इसे लोकल खबरों का बड़ा न्यूज पुल बनाने की कोशिश
पटना/ मासिक पत्रिका ‘वीरेंद्र यादव न्यूज’ अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार करते हुए समाचार एजेंसी के रूप में अपनी कार्यशैली को तब्दील कर…
लोकेन्द्र सिंह/ मौजूदा दौर में समाचार माध्यमों की वैचारिक धाराएं स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। देश के इतिहास में यह पहली बार है, जब आम समाज यह बात कर रहा है कि फलां चैनल/अखबार कांग्रेस का है, वामपंथियों का है और फलां चैनल/अखबार भाजपा-आरएसएस की विचारधारा का है। समाचार माध्यमों को…
नयी दिल्ली/ हिन्दी साहित्य की प्रख्यात पत्रिका ‘साहित्य अमृत’ के इस माह लोकसंस्कृति विशेषांक में देश में करीब 36 क्षेत्रों की लोकसंस्कृतियों को अनूठे ढंग से संग्रहीत किया गया है तथा इसके साथ एक-डेढ़ सदी पहले प्रवासियों के साथ विश्व के अनेक भागों में फैली भारतीय संस्कृति और 1947 में…
रवीश कुमार/ बिजनेस अख़बारों में एक चीज़ नोटिस कर रहा हूं। अर्थव्यवस्था में गिरावट की ख़बरें अब भीतर के पन्नों पर होती हैं। कोर सेक्टर में आई गिरावट की ख़बर पहने पन्ने पर छपा करती थी लेकिन इसे भीतर सामान्य ख़बर के तौर पर छापा गया था।…
पटना/ संजय कुमार ने अपने फेसबुक पर यह जानकारी दी है-
*मीडिया का देखिये खेल, बिहार पटना से प्रकाशित "स्वराज" और सासाराम से "मीडिया दर्शन", ने छापा एक लेख, एक ही शीर्षक और शब्द क्या अक्षर भी सेम "जवानों को राखी रूपी मिस…
ये पुस्तक जीवनी कम पत्रकारीय समझ पैदा करते हुये अभी के हालात को समझने की चाहे अनचाहे एक ऐसी जमीन दे देती है, जिस पर अभी प्रतिबंध है…
डॉ. लीना