
भागलपुर/ भाषा का सवाल राष्ट्रीय अस्मिता से जुड़ा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय अस्मिता के प्र्रवल पक्षधर थे। राष्ट्रभाषा के संदर्भ में अपनी पुस्तक ‘ हिन्द स्वराज’ में 1909 में ही अपना नजरिया स्पष्ट कर दिया था-‘‘ सारे भारत के लिये जो भाषा चाहिए, वह तो हिन्दी ही होगी। भारत की भाषा अंग्…

निर्भय कुमार कर्ण 























