मॉस कम्युनिकेशन में यह नहीं पढाया जाता ....
दिनेश चौधरी/ पिछले छः-सात दिनों से पड़ोस वाले घर से अजीब-सी आवाजें आती हैं। आवाज जानी-पहचानी सी लगती तो है, पर इतनी तीव्र होती है कि कुछ समझ में नहीं आता। कई बार जी में आता है कि अपना ही सिर दीवार पर ठोंक दिया जाए। इसके ठीक पहले यह भी ख्याल आता है कि पड़ोसी से बात कर ली जाए। भले आदमी हैं। इतनी सी शिकायत को अन्यथा नहीं लेंगे।…