डॉ. वेदप्रताप वैदिक/ प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) देश की सबसे पुरानी और सबसे प्रामाणिक समाचार समिति है। मैं दस वर्ष तक इसकी हिंदी शाखा ‘पीटीआई—भाषा’ का संस्थापक संपादक रहा हूं। उस दौरान चार प्रधानमंत्री रहे लेकिन किसी नेता या अफसर की इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह फोन क…
Blog posts June 2020
पीटीआई को सरकारी धमकी
उर्दू के पत्रकार और समाजसेवी निसार अहमद आसी का इंतकाल
मुंगेर / बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के मुंगेर इकाई के पूर्व अध्यक्ष, उर्दू के पत्रकार और समाजसेवी निसार अहमद आसी का आज सुबह इंतकाल हो गया। तिलकामांझी राष्ट्रीय सम्मान सहित अनेक सम्मानों से सम्मानित निसार अहमद आसी छह दशको से पत्रकारिता और समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय थे। …
कोविड से किताबों को खतरा
प्रमोद रंजन / कोविड : 19 ने किताबों के बाजार को गहरा धक्का पहुंचाया है। इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि वैश्विक स्तर पर 2019 में किताबों का बाजार $ 92.8 बिलियन डालर का था | 2020 में इसके घटकर $ 75.9 बिलियन डालर रह जाने की उम्मीद है।…
लालू यादव पर ई बुक का विमोचन कल
फिर से नए रूप में
नब्बे के दशक में यह एक शोध पुस्तक की शृंखला में प्रकाशित हुई थी .जिसमें लालू यादव पर अंबरीश कुमार ने लिखा .तब लालू की धमक भी थी .इस पुस्तक का तब वीपी सिंह को विमोचन करना था पर अचानक उनकी तबियत बिगड़ने पर मुख्य अतिथि कांशीराम ने इसका और अन्य पुस्तकों का…
पत्रकारिता की पढ़ाई में एक ‘एच’ और शामिल किया जाए
पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ऑनलाइन व्याख्यानमाला ‘स्त्री शक्ति संवाद’ में मीडिया प्राध्यापक डॉ. वर्तिका…
टीवी मीडिया में विश्वसनीयता का संकट बढ़ता जा रहा है
पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की ऑनलाइन व्याख्यानमाला ‘स्त्री शक्ति संवाद’ में वरिष्ठ टीवी न्यूज एंकर सुश्री नगमा सहर ने रखे विचार …
मीडिया में लोक संस्कृति का भी हो प्रमुख स्थान
पद्मश्री से सम्मानित प्रख्यात लोक गायिका श्रीमती मालिनी अवस्थी ने ‘लोक संस्कृति और मीडिया’ पर रखे अपने विचार, 19 जून को ‘टीवी न्यूज का भविष्य’ विषय पर चर्चा करेंगी न्यूज एंकर एवं पत्रकार सुश्री नगमा सहर…
बारूद के ढेर पर न्यूज़ रीडिंग!
ये समाचार नहीं बताते सीधा मतलब समझा देते हैं
सरस्वती रमेश/ आपने कभी बारूद के ढेर पर बैठकर न्यूज रीडिंग करते हुए न्यूज़ रीडरों को देखा है! अगर नहीं, तो रिपब्लिक भारत चैनल देखिए। उसके न्यूज़ रीडरों के स…
यही तो है टी वी चैनल्स की 'गिद्ध पत्रकारिता'
निर्मल रानी/ हालांकि गत 28 मई को सुप्रीम कोर्ट में लॉकडाउन के कारण देशभर में फंसे मज़दूरों की दुर्दशा पर सुनवाई के दौरान, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि कुछ ‘क़यामत के पैग़ंबर’ हैं जो नकारात्मकता फैलाते रहते हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि “सोफ़े में…
पत्रकारिता विश्वविद्यालय की ऑनलाइन व्याख्यानमाला ‘स्त्री शक्ति संवाद’ 18 जून से
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के फेसबुक पेज पर प्रतिदिन शाम 4:00 बजे विभिन्न क्षेत्रों की प्रसिद्ध महिलाएं रखेंगी अपने विचार…
शिक्षण प्रणाली को लोकतान्त्रिक बना रहे हैं ऑनलाइन माध्यम : प्रो. संजय द्विवेदी
एमपी पोस्ट के फेसबुक लाइव में माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा डिजिटल मीडिया में असीम संभावनाएं…
जम्मू-कश्मीर पर अपना दृष्टिकोण बदले मीडिया
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के ‘कुलपति संवाद’ ऑनलाइन व्याख्यानमाला के समापन सत्र में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने ‘जम्मू-कश्मीर और मीडिया दृष्टि’ विषय पर रखे विचार…
‘मेड इन इंडिया’ के भ्रम में न पड़ें, ‘मेड बाइ भारत’ उत्पाद खरीदें
पत्रकारिता विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित ‘कुलपति संवाद’ व्याख्यानमाला में ‘आत्मनिर्भर भारत : प्रभावी रीति-नीति’ विषय पर प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने रखे विचार, 15 जून को ‘जम्मू-कश्मीर और मीडिया दृष्टि’ विषय पर हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री का व्याख्यान…
पत्रकार कवियों ने बहाई काव्य धारा
साहित्यिक संस्था "विन्यास साहित्य मंच" के तत्वावधान में ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी-6 संपन्न, मीडियमोरचा पत्रिका की संपादक डॉ लीना …
कोरोना के बाद बदला जा सकता है भारत के ‘ब्रेन ड्रेन’ को ‘ब्रेन रेन’ में
एमसीयू की ‘कुलपति संवाद’ व्याख्यानमाला में ‘'सूचना प्रौद्योगिकी और आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर प्रो. राज नेहरू ने रखे विचार, 14 जून को शाम 4:00 बजे ‘आत्मनिर्भर भारत : प्रभावी रीति नीति’ विषय पर प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा का व्याख्यान…
स्त्री मुद्दों को जनांदोलन बनाये मीडिया
‘कुलपति संवाद’ व्याख्यानमाला में ‘मीडिया में स्त्री मुद्दे’ विषय पर प्रो. आशा शुक्ला ने रखे विचार, 13 जून को ‘सूचना प्रौद्योगिकी और आत्मनिर्भर भारत’ विषय पर प्रो. राज नेहरू का व्याख्यान…
पत्रकारिता और साहित्य में आवश्यक है लोकमंगल
‘कुलपति संवाद’ व्याख्यानमाला में ‘साहित्य और पत्रकारिता’ विषय पर प्रो. सुरेन्द्र दुबे ने रखे विचार, 12 जून को शाम 4:00 बजे ‘मीडिया में स्त्री मुद्दे’ विषय पर डॉ. आशा शुक्ला का व्याख्यान…
सच जानने के हमारे अधिकार को किस एक्ट के तहत बाधित किया गया है?
.
... ये वही मीडिया संस्थान थे, जिन्होंने डब्लूएचओ द्वारा दी गई मानवाधिकारों का ख्याल रखने की सलाह को प्रकाशित करने से परहेज किया था...…
गांधीजी ने किया अंतिम व्यक्ति तक संवाद
‘कुलपति संवाद’ व्याख्यानमाला में ‘संचारक के रूप में गांधीजी’ विषय पर प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने रखे विचार, 11 जून को शाम 4:00 बजे ‘साहित्य और पत्रकारिता’ विषय पर प्रो. सुरेन्द्र दुबे का व्याख्यान…
विनोद दुआ के खिलाफ प्राथमिकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्रकारों के खिलाफ मामूली आरोपों पर पुलिस द्वारा संज्ञान लिए जाने की ‘‘बढ़ती प्रवृत्ति’’ पर गंभीर चिंता जताई …
नवीनतम ---
- क्लास से ग्राउंड तक..
- ‘संस्मय सम्मान’ से सम्मानित हुए रचनाकार
- डब्ल्यूजेएआई के स्थापना दिवस समारोह पर वेब मीडिया समागम होगाआयोजित
- जो बिका नही वो बचा नही: हत्याओं के बन रहे नए रिकॉर्ड
- हे पत्रकारिता के भीष्म पितामह… नीतीश मदहोश हैं या आप?
- डिजिटल भारत समिट 2025: डब्ल्यूजेएआई का भव्य आयोजन
- डब्ल्यूजेएआई सही दिशा में अग्रसर: अश्विनी चौबे
- दिल्ली में सम्पन्न डब्ल्यूजेएआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कई अहम निर्णय
- मूल्य और संस्कृति की रक्षक है साहित्यिक पत्रकारिता: प्रो.द्विवेदी
- सांस्कृतिक निरक्षरता ने खड़े किए हैं समाज के सामने गंभीर संकट: प्रो.संजय द्विवेदी
- आत्मनिर्भर भारत से ही पूरा होगा जगद्गुरू बनने का सपना: मोहन मांझी
- लोकेन्द्र सिंह को राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान
- अड़ानी संबंधित वीडियो यूट्यूब और सोशल मीडिया से हटाने के आदेश
- प्रधानमंत्री का जन्मदिन इवेंट में तब्दील
- मीडिया उद्योग में सफलता के लिए अनुशासन और निरंतर अभ्यास आवश्यक
- फेक न्यूज का वाहक न बने मीडियाः हरिनारायणचारी
- रचना, सृजन और संघर्ष से बनी शख्सियत
- विज्ञापन क्षेत्र का ‘अ से ज्ञ’ सिखाती है- विज्ञापन का जादू
वर्गवार--
- feature (41)
- General (179)
- twitter (2)
- whatsapp (3)
- अपील (8)
- अभियान (10)
- अख़बारों से (5)
- आयोजन (103)
- इंडिया टुडे (3)
- खबर (1728)
- जानकारी (5)
- टिप्पणी (1)
- टीवी (3)
- नई कलम (1)
- निंदा (4)
- पत्र (1)
- पत्रकारिता : एक नज़र में (2)
- पत्रकारों की हो निम्नतम योग्यता ? (6)
- पत्रिका (45)
- पुस्तक समीक्षा (47)
- पुस्तिका (1)
- फेसबुक से (234)
- बहस (15)
- मई दिवस (2)
- मीडिया पुस्तक समीक्षा (23)
- मुद्दा (520)
- लोग (9)
- विरोधस्वरूप पुरस्कार वापसी (6)
- विविध खबरें (609)
- वेकेंसी (14)
- व्यंग्य (31)
- शिकायत (16)
- शिक्षा (11)
- श्रद्धांजलि (118)
- संगीत (1)
- संस्कृति (1)
- संस्मरण (32)
- सम्मान (17)
- साहित्य (102)
- सिनेमा (16)
- हिन्दी (5)
पुरालेख--
- November 2025 (4)
- October 2025 (5)
- September 2025 (8)
- August 2025 (12)
- July 2025 (11)
- June 2025 (7)
- May 2025 (35)
- April 2025 (18)
- March 2025 (20)
- February 2025 (29)
- January 2025 (14)
- December 2024 (10)
- November 2024 (5)
- October 2024 (7)
- September 2024 (16)
टिप्पणी--
-
foo barMarch 2, 2025
-
रवि अहिरवारJanuary 6, 2025
-
पंकज चौधरीDecember 17, 2024
-
Anurag yadavJanuary 11, 2024
-
सुरेश जगन्नाथ पाटीलSeptember 16, 2023
-
Dr kishre kumar singhAugust 20, 2023
-
Manjeet SinghJune 23, 2023
सम्पादक
डॉ. लीना























