मनोज कुमार / संचार माध्यमों के विस्तार के साथ ही इंटरनेट ने एक ऐसी दुनिया क्रियेट की जिसके चलते विश्व-ग्राम की अवधारणा की स्थापना हुई। बहुसंख्या में आज भी लोग इंटरनेट फ्रेंडली भले ही न हुए हों लेकिन ज्यादतर काम इंटरनेट के माध्यम से होने लगा है। बाजार ने जब देखा कि इंटरनेट के बि…
Blog posts June 2015
अशोक माहेश्वरी वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत
दिल्ली। हिंदी के प्रतिष्ठित प्रकाशन राजकमल, राधाकृष्ण और लोक-भारती के निदेशक श्री अशोक माहेश्वरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी और हिंदी-संस्कृति को प्रतिष्ठित करने के लिए विगत 10 वर्ष से सक्रिय संस्था 'अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन' का वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है।…
"डीडी किसान चैनल" के बिहार मॉनिटरों की पहली संगोष्ठी
साकिब जिया। पटना/ दूरदर्शन केन्द्र,पटना में डीडी किसान चैनल की ओर से "डीडी किसान मॉनिटर संगोष्ठी" आयोजित की गई। इसमें प्रदेश के किसानों को इस चैनल के माध्यम से नई वैज्ञानिक तकनीक से अवगत कराने पर विस्तार से चर्चा की गई। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मानना है कि …
वो चुपचाप चले गये….
प्रफुल्ल बिदवई जी को जन आन्दोलनों का जिंदाबाद!
नई दिल्ली/ अपने निर्भीक पत्रकारिता व जीवन की बेबाक शुचिता को साथ लेकर प्रफुल्ल बिदवई हमारे बीच से चले गये। जबकि देश को आज उनके जैसे स्वतंत्र पत्रकार की बह…
प्रेस फ्रीडम फोरम ने संदीप कोठारी मामला सीबीआई को सौपने की मांग की
भोपाल। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में कटंगी में कार्यरत पत्रकार संदीप कोठारी को हाल ही जलाकर मारने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए प्रेस फ्रीडम फोरम ने राज्य सरकार से वारदात की जांच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौपने, संदीप के परिवार को पर्याप्त आर्थिक मदद, सुरक्षा और प्रदेष में पत्…
इंदौर संभाग के महासचिव बने हर्षभान तिवारी
गणेश शंकर विधार्थी प्रेस क्लब ने दिया सचित्र निमाड़ दर्पण के संपादक को नया दायित्व
खंडवा। सांध्य दैनिक सचित्र निमाड़ दर्पण समाचार पत्र के संपादक हर्षभान …
पत्रकारिता का अपराधीकरण
हेमंत कुमार। राजनीति का अपराधीकरण और अपराध का राजनीतिकरण इस देश में विमर्श का बड़ा मुद्दा रहा है. लेकिन पत्रकारिता के अपराधीकरण पर कभी कोई चर्चा नहीं होती. हां,शोर तब मचता है जब कोई पत्रकार वसूली या भयादोहन करते, अपराधियों या पुलिस के साथ मिलकर अपहरण,फिरौती या रंगदारी जैसे सं…
वरिष्ठ पत्रकार-लेखक प्रफुल्ल बिदवई नहीं रहे
पत्रकार, मानवाधिकार कार्यकर्ता और समाज विज्ञानी प्रफुल्ल बिदवई का 66 साल की उम्र में हॉलैंड के एम्सटर्डम में निधन हो गया. बीबीसी ने अकादमिसियन अचिन विनायक के हवाले से खबर दी है कि उनकी मौत गले में भोजन फंस जाने की वजह से हुई. बिदवई पर्यावरण, वैश्विक न्याय और शांति विषय पर लिखते थे. उनके लेख देश-…
टी.बी. रोग विषय पर मीडिया कार्यशाला
पटना। दुनिया में टी.बी.(यक्ष्मा) रोग का सबसे ज्यादा बोझ भारत पर है। आंकड़ों के मुताबिक विश्व के कुल टी.बी. मामलों में एक चौथाई हमारे देश में होते हैं। साल 2014 में भारत में टी.बी. के 21 लाख से ज्यादा मामले सामने आये। टी.बी. से हर वर्ष 2.4 लाख भारतीयों की मौत हो जाती है और ये बीमारी भारत…
मुद्राराक्षस ने सत्ताओं, शक्ति केंद्रों को ठेंगे पर रखा: सुभाष राय
कौशल किशोर / लखनऊ। बेबाक, बेलौस शख्सियत, तीखी असहमतियों, आलोचनाओं को भी पचा कर मुस्कराते रहने वाले, अपने आलोचक को सर्वाधिक प्रिय मानने वाले, अपनी उपस्थिति से ही सबको ऊर्जस्वित करने की क्षमता से संपन्न मुद्राराक्षस लखनऊ में अपनों से रुबरू थे। उनके जन्मदिन की पूर्वसंध्…
इन "ललितों" का तो ऐसा ही है !!
तारकेश कुमार ओझा / उन दिनों किसी अखबार में पत्रकार होना आइएएस – आइपीएस होने से किसी मायने में कम महत्वपूर्ण नहीं था। तब किसी भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय के सामने मुलाकातियों में शामिल करोड़पति से लेकर अरबपति तक को भले ही अपनी बारी के लिए लंबी प्रतीक्षा कर…
मनुष्यता की तलाश विष्णु प्रभाकर के साहित्य का मूल तत्व : डॉ गंगेश गुंजन
104 वीं जयंती पर दैनिक पूर्वोदय के कार्यकारी संपादक रविशंकर रवि को पत्रकारिता सम्मान
कुमार कृष्णन / नई दिल्ली। सुप्रस…
एक और पत्रकार को जिंदा जलाया
मध्यप्रदेश में पत्रकार का अपहरण कर जिंदा जला कर नागपुर में फेंकी लाश
बालाघाट। जिले की कटंगी तहसील मुख्यालय से दो दिन पहले अपहृत चालीस वर्षीय पत्रकार संदीप का जला हुआ…
"सोशलिस्ट फैक्टर" का हुआ विमोचन
लखनऊ। मुख्यमन्त्री अखिलेश यादव ने अँग्रेजी मासिक "सोशलिस्ट फैक्टर" पत्रिका का विमोचन करते हुए कहा कि इसके सम्पादक फैंक हुजूर जी देश और दुनिया के सोशलिज्म को अपनी पत्रिका के माध्यम से हमारे समक्ष रखेंगे।…
'जर्नलिज्म 'कमिटमेंट' है और मीडिया 'धंधा' है : पी.सांईंनाथ
हेमंत/ पटना। 'जर्नलिज्म 'कमिटमेंट' है और मीडिया 'धंधा' है। पत्रकार बढ़ रहे हैं ,लेकिन पत्रकारिता सिकुड़ती जा रही हैं। हिंदी अखबारों में कृषि और किसानों को दो फीसदी और अंगरेजी में एक फीसदी से भी कम कवरेज मिलता है । मनोरंजन, क्राइम और पाॅलिटिक्स मीडिया में सत्तर फीसदी से भी अधिक जग…
सुमन सारस्वत का शिलांग में सम्मान
मुंबई की जानीमानी कथाकार और वरिष्ठ पत्रकार सुमन सारस्वत को शिलांग, मेघालय में पूर्वोत्तर हिन्दी अकादमी द्वारा आयोजित ' राष्ट्रीय हिन्दी विकास सम्मेलन ' में डॉ महाराज कृष्ण जैन स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इस अवसर पर विधि सारस्वत और आरंभ सारस्वत को लोकनृत्य के लिए पुरस्कार दिया गया । …
जगेन्द्र तो मर गए, क्या आप जिंदा हैं ?
जगेन्द्र के इंसाफ की लड़ाई में 25 जून 2015, गुरूवार शाम 4 बजे गांधी प्रतिमा, हजरतगंज लखनऊ में सभी को संघर्ष में शामिल होने की अपील …
दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन की तैयारी शुरू
जनरल वी.के.सिंह ने सचिवालय का किया उद्घाटन, हिन्दी सम्मेलन की प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न
भोपाल / 10 से 12 सितम्बर 2015 को भोपाल मे…
मीडिया को कठघरे में खड़ा कर रही है आरोपियों की सरकार
बी. पी. गौतम / समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को लगता है कि उनके मंत्रियों को फंसाया जा रहा है, साथ ही कहना है कि सरकार पर दबाव बनाये रखने के लिए विरोधी दलों के नेता आये दिन मंत्रियों के त्याग पत्र मांगते रहते हैं। आरोप यह भी है कि समाजवादी पार्टी पर मीडिया हमलावर रहता है। समाजवादी…
“दलित दस्तक” का स्थापना दिवस समारोह 14 को
सन् 2012 में लांच होने के बाद तेजी से सफलता की ओर बढ़ रही और वंचित तबके की आवाज बन चुकी मासिक पत्रिका ‘दलित दस्तक’ का चौथे वर्ष का समारोह 14 जून को होने जा रहा है.…