मुंबई। मुंबई प्रेस क्लब ने 27 मार्च को पाकिस्तान के कराची प्रेस क्लब पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। एक विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कराची के पत्रकार समुदाय से एकजुटता जाहिर की।…
Blog posts March 2016
मीडिया नवचिंतन का : मीडिया स्वामित्व फोकस
भोपाल : माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल की इन हाउस पत्रिका "मीडिया नवचिंतन" संचार माध्यमों पर लंबे समय के बाद विमर्श लेकर आया है।…
अंग महिला सम्मेलन में कई महिलाएं सम्मानित
मीडियामोरचा व बढ़ते कदम की संपादक डॉ. लीना भी सम्मानित
भागलपुर। भागलपुर में आज से आयोजित दो दिवसीय अंग महिला सम्मेलन में वेब पत्रिका मीडियामोरचा और बढ़ते कदम की संपादक व संचालक डॉ लीना सहित कई मह…
इतने गुस्से में क्यों हैं लोग?
संजय द्विवेदी/ यह कितना निर्मम समय है कि लोग इतने गुस्से से भरे हुए हैं। दिल्ली में डा. पंकज नारंग की जिस तरह पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी,वह बात बताती है कि हम कैसा समाज बना रहे हैं। साधारण से वाद-विवाद का ऐसा रूप धारण कर लेना चिंता में डालता है। लोगों में जैसी अधीरता,गुस्सा औ…
“आंचलिक समाचार पत्रों की लोकतंत्र में भूमिका” पर परिचर्चा आयोजित
हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र हमारा पूर्वांचल की वर्षगांठ पर साहित्यिक परिचर्चा और सम्मान समारोह का आयोजन, लाल बिहारी लाल एवं संजय कुमार गिरि पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित …
दूरदर्शन पटना के समाचार संपादक संजय को मिला गोरैया संरक्षण प्रतियोगिता में सम्मान
पटना। विश्व गोरैया दिवस के अवसर पर पर्यावरण एवं वन विभाग बिहार सरकार द्वारा आयोजित गोरैया संरक्षण प्रतियोगिता के ‘‘गोरैया बक्सा/कृत्रिम घोंसला” में दूरदर्शन पटना के समाचार संपादक संजय कुमार को दूसरा सम्मान प्रदान किया गया।…
बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 37वां महाधिवेशन 2-3 अप्रैल को
पद्म-भूषण गोपाल दास ‘नीरज’, डा नरेन्द्र कोहली, डा वेद प्रताप वैदिक समेत दो दर्जन से अधिक विख्यात साहित्यकार और कविगण लेंगे भाग, महामहिम करेंगे उद्घाटन। …
पत्रकार से अभद्रता
कुमोद कुमार/ पटना। बरुराज थाना के मुंशी ने राष्ट्रीय सहारा के पत्रकार मुन्ना कुमार को धक्का देकर थाने परिसर से बाहर निकाल दिया गया और अभद्र व्यवहार किया।…
प्रतिभा 2016 में जनसंचार विभाग ने जीती क्रिकेट प्रतियोगिता
नवीन मीडिया विभाग की टीम रनर-अप रही
भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय के प्रतिभा-2016 में आज जनसंचार विभाग की टीम ने क्रिकेट स्पर्धा का फायनल मुकाबला जीत लिया। टीम ने एक रोमाचंक मैच में नवीन मीड…
मीडिया में चल रहा रजामंदी पैदा करने का उन्माद !
कई खबरिया चैनलों और अखबारों ने बड़े जन समूह की सोच की आजादी के हक को कुंद कर दिया है
नासिरुद्दीन/ पत्रकारिता के बारे में समालोचना करते वक्त डर क…
सामुदायिक रेडियो क्षेत्र को बढ़ावा देगी सरकार: अरूण जेटली
सूचना और प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने किया छठे राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो सम्मेलन का उद्घाटन
नई दिल्ली / सूचना और प्रसारण…
‘कम्युनिटी रेडियो’: संचार माध्यम के लिए अहम पुस्तक
समीक्षा- संजय कुमार। नया ज्ञानोदय के सम्पादक लीलाधर मंडलोई ने रेडियो पत्रकारिता पर पत्रकार मनोज कुमार की सद्यः प्रका…
मीडिया डायरेक्ट्री का विमोचन
अंग्रेजी की इस मीडिया डायरेक्ट्री के महाराष्ट्र संस्करण को आफताब आलम ने संपादित किया है
मुंबई। आफताब आलम द्वारा संपादित अंग्रेजी मीडिया ड…
माल्या प्रा... तुस्सी ग्रेट हो...!!
तारकेश कुमार ओझा/ जन - धन योजना तब जनता से काफी दूर थी। बैंक से संबंध गिने - चुने लोगों का ही होता था। आलम यह कि नया एकाउंट खुलवाने के लिए सिफारिश की जरूरत पड़ती। किसी भी कार्य से बैंक जाना काफी तनाव भरा अनुभव साबित होता था। क्योंकि रकम जमा करानी हो या नि…
अनथक यात्री की कहानी बयां करती किताब
लोकेन्द्र सिंह / भारतीय राजनीति के 'अनथक यात्री' लखीराम अग्रवाल पर किसी पुस्तक का आना सुखद घटना है। सुखद इसलिए है, क्योंकि लखीरामजी जैसे राजपुरुषों की प्रेरक कथाएं ही आज हमें राजनीति के निर्लज्ज विमर्श से उबार सकती हैं। दलबंदी के गहराते दलदल में फंसकर इधर-उधर हाथ-पैर मार र…
भारत में दलित आंदोलन को लंबी लड़ाई की जरूरत: मालाकार
जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान द्वारा आयोजित संगोष्ठी ‘‘समकालीन भारत में दलित स्वर’’
पटना । भा…
पत्रकारिता विश्वविद्यालय में 'प्रतिभा-2016 का शुभारम्भ
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने लेखन, भाषण और कला की विभिन्न विधाओं में किया प्रतिभा प्रदर्शन…
14 मार्च : तारीख बेमिसाल
पहली बोलती फिल्म आलम आरा के बरक्स भारतीय सिनेमा का सफर
मनोज कुमार/ हर दिन गुजरने के साथ तारीख बदल जाती है. यह क्रम हमारे जीवन में नित्य चलता रहता है किन्तु कुछ तारीखें बेमिसाल होती हैं. बेम…
600 चैनलों पर, 24 घंटे है सरकार की नजर
आपत्तिजनक दृश्य हो तो बंद भी हो सकता है प्रसारण
नयी दिल्ली। सरकार टेलीविजन चैनलों से प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रमों की लगातार निगरानी कर रही है। यदि किसी चैनल पर अश्लील अथवा अभद्र दृश्य दिखाए जाते है…
इन्टरनेट कौन नियंत्रित कर रहा?
पूरी दुनिया में मुट्ठी भर लोग आलेख व टिप्पणियों को सेंसर कर, ब्लॉक कर रहे हैं। पढ़िये अशोक टी. जयसिंघानी की बात -
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