समारोह में के. विक्रम राव ने यह भी कहा कि मीडिया का पेशा पहले व्रत था, अब वृति
पटना/ मीडिया का पेशा पहले व्रत था, अब वृति हो गया है। लेकिन, हमें समझना होगा कि न तो पत्रकारिता कोई उत्पाद है और न ही पाठक कोई ग्राहक है। उक्त बातें वरिष्ठ पत्रकार और आईएफडब्ल्यूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विक्रम राव ने रविवार को कहीं। वे विश्व संवाद केंद्र द्वारा आयोजित देवर्षि नारद स्म…