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 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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15 अगस्‍त से न्‍यूज एजेंसी BYN

दिसंबर तक इसे लोकल खबरों का बड़ा न्‍यूज पुल बनाने की कोशिश

पटना/ मासिक पत्रिका ‘वीरेंद्र यादव न्‍यूज’ अपने कार्यक्षेत्र का विस्‍तार करते हुए समाचार एजेंसी के रूप में अपनी कार्यशैली को तब्‍दील कर रहा है। यह पीटीआई, यूएनआई, एएनआई या हिंदुस्‍थान समाचार जैसी समाचार एजेंसियों का लघु आकार होगा। इसके संपादक वीरेंद्र यादव ने बताया कि हम प्रतिदिन 3 से 5 ही खबरें ही देंगे, जो मूलत: सचिवालय और विधान सभा के साथ राजनीतिक गलियारों से जुड़ी खबरें होंगी। खबर का आकार 150 से 200 शब्‍दों का होगा। समाचार सेवा बिल्‍कुल नि:शुल्‍क होगी।

इसे बिहार से जुड़े चैनल, अखबार, न्‍यूज पोर्टल और अन्‍य समाचार माध्‍यमों तक पहुंचाने का प्रयास होगा। अधिकतर खबरें प्रशासनिक व राजनीतिक स्‍वरूप की होंगी, इस कारण सबके लिए उपयोगी होंगी। बिहार के प्रमुख अधिकारी, मंत्री और अन्‍य सामयिक महत्‍व के व्‍यक्तियों और घटनाओं से जुड़ी खबरों को प्राथमिकता देंगे।

आगामी 5 महीनों में यानी दिसंबर 2107 तक ‘वीरेंद्र यादव न्‍यूज’ को लोकल खबरों का सबसे बड़ा ‘न्‍यूज पुल’ बनाने का मकसद है। मासिक पत्रिका और न्‍यूज पोर्टल पहले से आप तक पहुंच रहा है। आज हमारी कोई भी खबर एक लाख से अधिक लोगों तक पहुंचती है। यह किसी भी अखबार के पटना संस्‍करण को छोड़कर किसी अन्‍य संस्‍करण से अधिक संख्‍या है।

पत्रकारिता की पढ़ाई में ‘अल्‍टरनेटिव जर्नलिज्‍म’ की बात करते थे। आज ‘अल्‍टरनेटिव जर्नलिज्‍म’ खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। एकदम धीरे-धीरे। हर कदम पर दलदल। बेहतर की कोशिश, ताकि बिहार के पाठकों को हम दे सकें – सबसे से अलग, सबसे सटीक खबरें।

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पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना