माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय जनसंपर्क कार्यशाला शुरू
भोपाल, 11 दिसम्बर। जनसंपर्क कर्मी का कार्य संबंधों का निर्माण करना और पुराने संबंधों को सुदृढ़ बनाए रखना है। राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था में जनसंपर्क कर्मी सरकार और जनता के बीच पुल का कार्य करते हैं। ये विचार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में जनसंपर्क प्रशिक्षण कार्यशाला के उदघाटन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बृजकिशोर कुठियाला ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि बदलते हुए संवाद के संसार में संवाद की कला में भी काफी परिवर्तन आए हैं जिन्हें सीखने-समझने की आवश्यकता है। जनमानस की भावनाओं को समझना और उन्हें सरकार तक पहुंचाने में एक पीआरओ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। संवाद से संपर्क बनता है और यही संपर्क बाद में प्रगाढ़ संबंधों का रूप लेते हैं। इस प्रकार नए संबंध निर्मित होते हैं, पुष्ट होते हैं और यह चक्र चलता रहता है। प्रो. कुठियाला ने कहा कि एक पीआरओ का कार्य केवल सूचनाओं व समाचारों का प्रसारण करना नहीं बल्कि इससे कहीं आगे एक बेहतर छवि का निर्माण करना होता है। उन्होंने आशा जताई कि 15 दिसंबर तक चलने वाली इस पांच दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागी पीआरओ कुछ नया सीख कर जाएंगे और अपने-अपने कार्यक्षेत्र में उसका प्रयोग करेंगे।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा ने कहा कि एक जनसंपर्क कर्मी दोधारी तलवारों के बीच में काम करता है इसलिए उसे हमेशा हर परिस्थिति में कार्य करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हर जनसंपर्क कर्मी में निर्लिप्तता और अनासक्ति का भाव होना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि व्यक्ति का आंतरिक और बाह्य व्यक्तित्व मजबूत हो। साथ ही अपने भीतर मौजूद संवाद कौशल को भी और बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
विश्वविद्यालय के जनसंपर्क विभाग के अध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव ने इस अवसर पर इस पांच दिवसीय कार्यशाला के विभिन्न सत्रों की जानकारी दी और सहायाक प्राध्यापक आभार सुरेन्द्र पॉल ने व्यक्त किया।
(डॉ. पवित्र श्रीवास्तव)
विभागाध्यक्ष,
जनसंपर्क विभाग