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नये आईडिया आयेंगे तो, फिल्में हिट होंगी ही

बोधिसत्व फिल्म फेस्टिवल का चौथा दिन

कुमोद कुमार / पटना । आज भी अधिवेशन भवन के सिनेमा हॉल में दर्शकों को कई फिल्में देखने का मौका मिला। मौका था अधिवेशन भवन में आयोजित बोधिसत्व फिल्म फेस्टिवल का चौथा दिन। यहाँ फिल्म निर्देशक और दर्शकों के बीच जनसंवाद में रु ब रु होते हुए पिंकी ब्यूटी पार्लर के डायरेक्टर अक्षय सिंह ने कहा कि फिल्म रिलीज होने से ज्यादा फिल्म का स्क्रिप्ट लिखना ज्यादा कठिन हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जिस तरह फिल्म फेस्टिवल को छोटे लेवल पर दिखाया जा रहा हैं, इस तरह और जगह लगाया जाये तो इससे सिनेमा में लोगों की रूचि और बढ़ेगी। फिल्मों का ज्यादा विकास भी होगा। वही उन्होंने ये भी कहा कि फिल्मों में जितना टैलेंट बिहार और उत्तर प्रदेश से आते हैं उतना अन्य किसी राज्य से नही आते हैं. यह पूरे देश का सर्वे हैं ,फिल्म के जितने भी स्टेज हैं इसका श्रेय फिल्म में काम करने वाले इंडस्ट्रीज को जाता हैं। अगर फिल्मों में टैलेंट वाले लोग आ रहे हैं तो इससे कई फिल्में हिट हो सकती हैं जिस तरह फिल्म द लंच बॉक्स और दम लगा के हैईसा फिल्म कम बजट वाला हैं लेकिन ये फिल्में टैलेंट के बल पर हिट हुयी. वही हाल ही में हुयी रिलीज फिल्म दंगल काफी बजट वाली फिल्म थी लेकिन ये फिल्म डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग नही देखे हैं ।वही जाने माने फिल्म निर्देशक भास्कर हजारिका ने कहा कि मैं 15 साल के उम्र में ही फिल्मों का स्क्रिप्ट लिखने लगा था. उन्होंने ये भी कहा कि हिंदी फिल्म बनाना बहुत आसान नही हैं फिल्म वैसी होने चाहिए की ज्यादा से ज्यादा पब्लिक समझ सके,  हिंदी रीजनल फिल्में आज के दौर में दर्शकों को ज्यादा अट्रैक्ट करता हैं क्योंकि रीजनल फिल्मों में हमारे समाज के परिपेक्ष में होती हैं. इसे लोग बारीकी से समझ पाते हैं। 

वही एन.एफ.डी.सी प्रमुख अनुपमा बोस ने कहा कि एन.एफ.डी.सी का अपना फिल्म बाजार  हैं. वहाँ लोगों का प्रेशर कम होता हैं. यहाँ ज्यादा से ज्यादा फिल्म को एक्सपोज़ किया जा सकता है. उन्होंने दर्शकों के सवालों के जबाब में कहा कि फिल्म राइटर के पास स्क्रिप्ट हैं, टैलेंट भी हैं, लेकिन पैसे की वजह से जो अच्छे फिल्म स्टोरी पर फिल्मों का निर्माण नही करते हैं उसके लिए दुनिया भर के 20 से 30 देशों से फाइनेंस की सुविधा अलग अलग देशों से दी जाती हैं. अनुपमा ने फिल्म के डिजिटल प्लेटफॉर्म के स्कोप के बारे में कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म में आज के दौर में फिल्मों का तेजी से विकास कर रहा हैं.

इस मौके पर मौजूद एक्टर विनीत कुमार रिटायर्ड आइएस डी. एन. साह, आर.जे सिद्धार्थ मिश्रा, आर.जे मिश्रा भी उपस्थित थे।

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सम्पादक

डॉ. लीना