मानव संसाधन विकास मंत्रालय के ये चैनल सजीव होंगे
नई दिल्ली । मानव संसाधन विकास मंत्रालय जल्द ही 50 डीटीएच शैक्षिक चैनल लॉच करेगा। यह बात श्री अशोक ठाकुर, सचिव (एचई) ने यहाँ कही। उन्होंने कहा कि ये चैनल मौजूदा कार्यक्रमों, जिसमें ज्ञान दर्शन भी है, उनसे भिन्न और संवादमूलक होंगे।
उन्होंने कहा कि इन चैनलों के कार्यक्रम पहले से रिकॉर्डेड न होकर सजीव होंगे। श्री ठाकुर ने कहा कि चैनलों की संख्या बाद में बढ़कर एक हजार हो जाएगी। श्री ठाकुर ने कहा कि मंत्रालय आईसीटी के लिए एक अरब डॉलर से ज्यादा खर्च कर रहा है और 400 से ज्यादा विश्वविद्यालयों और बीस हजार कॉलेजों को बैंडविथ के साथ जोड़ दिया गया है।
श्री ठाकुर ने कहा कि इनके आगे बढ़ने की काफी संभावनाएं हैं। सूचना और संचार प्रौद्योगिकी माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के कार्यक्रमों की क्षमता पर प्रकाश डालते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि इससे पूरे देश को एक बड़ी कक्षा के रूप में बनाया जा सकता है। विशेष रूप से दूर दराज के क्षेत्रों के संबंधित इंजीनीयरिंग कॉलेजों में दिये गये निर्देशों की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद मिलेगी। श्री ठाकुर ने कहा कि उनका मंत्रालय ऑन लाइन शिक्षा को शिक्षा प्रणाली का अनिवार्य अंग बनाने के लिए एआईसीटीई की मदद ले सकता है। आभासी प्रयोगशाला को बढ़ावा देने के मामले में पूछे जाने पर श्री ठाकुर ने कहा कि इस व्यवस्था को अधिक उपयोगी और अनुकूल बनाने के लिए अन्य इंजीनीयरिंग कॉलेजों को आईआईटी के साथ कक्षाएं साझा करनी चाहिए।
एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ. एस एस महंता ने देश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ावा देने की पहल को जोर दिया और कहा कि शिक्षा संस्थानों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी से शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट आ रही है। इसलिए समय की मांग है की शिक्षण संस्थानों को गुणवत्ता में सुधार करना चाहिए।
यह एक दिवसीय कार्यशाला मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ एआईसीटीई ने आयोजित की थी, इसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के 150 से अधिक इंजीनीयरिंग कॉलेजों ने भाग लिया।(पी आई बी )