तेलुगू, तमिल, मराठी और गुजराती में आकाशवाणी के समाचार प्रभाग के प्रसारणों का 75 साल
नयी दिल्ली। आकाशवाणी का समाचार प्रभाग तेलुगू, तमिल, मराठी और गुजराती में प्रसारणों के 75 साल पूरा होने के सिलसिले में कल मंगलवार को आयोजित समारोह में इन भाषाओं के 14 वरिष्ठ समाचार वाचको को सम्मानित किया गया। सम्मानित किये गये वाचको मे तमिल और तेलुगू के तीन-तीन तथा गुजराती एवं मराठी के चार-चार वाचक है। सम्मानित समाचार वाचको मे डी वेकटरमन, सरोज नारायण सामी, पी राजा राम, कं दकुरी सूर्यनारायण, येडीदा गोपाल राव, दीपक ढोलकिया, रीटा शाह और धनंजय वर्मा शामिल है़।
इस अवसर पर प्रसार भारती के मुख्यकार्यकारी अधिकारी जवाहर सरकार कहा कि इन समाचारवाचकों ने देश की एकता मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री सरकार ने कहा कि आकाशवाणी ने भारत के सिद्धान्तों को सशक्त बनाने में अहम योगदान दिया है। उन्होने कहा कि भारत की विशेषता अनेकता मे एकता है और आकाशवाणी ने देश की इस पहचान को बनाये रखने तथा देश की विभिन्न संस्कृतियों एवं भाषाओ को एक सूत्र मे पिरोये रखने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। आकाशवाणी की महानिदेशक-समाचार अर्चना दत्ता ने कहा कि युद्ध, शांति और राष्ट्रीय समारोहों के दौरान आकाशवाणी के भाषाई समाचार बुलेटिनों का महत्व और भी बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि रेडियो श्रोताओं का सच्चा साथी है। इस अवसर पर आकाशवाणी के महानिदेशक लीलाधर मंडलोई सहित प्रसार भारती के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद थे।
इस समारोह के साथ इन भाषाओ के प्रसारण के 75 साल पूरे होने के सिलसिले में एक साल तक के समारोहों की शुररुआत भी हुई है। गौरतलब है कि आकाशवाणी के समाचार सेवा प्रभाग ने 1939 में 01 अक्टूबर को तेलगू, तमिल, मराठी और गुजराती में समाचार बुलेटिनों का प्रसारण शुरू किया था। इससे पहले आकाशवाणी से अंग्रेंजी, हिन्दी एवं बंगला में खबरों का प्रसारण होता था।
1939 में द्वितीय विश्व युद्ध के मद्देनजर भाषायी समाचारों के प्रसारण की आवश्यकता महसूस हुई और विदेशी समाचारों एवं वार्ताओं का प्रसारण शुरू हुआ। विदेशी समाचारों मे पहला प्रसारण 4 दिसंबर 1939 को फारसी भाषा में हुआ था 1939-40 में आकाशवाणी से जहां प्रति दिन केवल 27 समाचार बुलेटिन प्रसारित किये जाते थे वहीं अब इनकी संख्या साढ़े छह सौ से अधिक हो गई है। लगभग 91 भाषाओं और बोलियों के इन समाचार बुलेटिनों की कुल अविध 56 घंटे से अधिक है। आज आकाशवाणी से प्रतिदिन 91 भाषाओं एवं बोलियों में 640 समाचार बुलेटिनों का प्रसारण होता है। भाषायी समाचार प्रसारणों ने विभिन्न भाषायी लोगों के बीच विभिन्न मुददों के बारे में जागरूकता कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।