आजकल मीडिया व्यवसाय हो गया है। जिस पर भारत में केवल और केवल मनुवादियों का कब्जा है। मनुवादी किसी भी सूरत में आदिवासियों को ताकतवर होते हुए नहीं देख सकते हैं।…
Blog posts January 2013
राजेश एक बहाना है, असली मकसद मीणा आदिवासियों को मिटाना है !
फिल्मों में आना महज संयोग नहीं : मनोज भावुक
मनोज की दूसरी फिल्म 'रखवाला' 26 को होगी रिलीज
भोजपुरी फिल्मों में भोजपुरी गायकों का प्रवेश और स्थापित होना अब आम बात है. लेकिन एक भोजपुरी ग़ज़लकार का भोजपुरी फिल्मों में अभिनेता बनना नया और अनोखा प्रयोग है . विदित हो कि मशहूर भोजपुरी…
ज़ी न्यूज़ की साख घटी – सर्वे
उगाही मामला बना कारण
6 महीने पहले तक ज़ी न्यूज़ को बेहद संतुलित चैनल माना जाता था. ज़ी न्यूज़ की अपनी विशिष्ट पहचान थी. उसकी ख़बरों का कलेवर दूसरे चैनलों से जुदा था. संतुलित ख़बरें हुआ करती थी और भूत – प्रेत और पाखंड दूसरे चैनलों की अपेक्षा काफी कम था.…
कामरेड वासुदेव पाण्डेय की पहली बरसी पर सेमिनार
कौशल किशोर / कामरेड वासुदेव पाण्डेय ने पिछले साल 6 जनवरी 2012 को हमारा साथ छोड़ा। उस वक्त उनकी उम्र अस्सी के पास थी। जो लोग भी प्रदेश के श्रमिक आंदोलन के इतिहास तथा बासुदेव पाण्डेय के व्यक्तित्व और आंदोलन में उनके योगदान से परिचित हैं, उनके लिए कामरेड पाण्डेय का निधन अत्यन्त दुखद …
राजेश कुमार के "ट्रायल ऑफ एरर" लेकर आ रहे है महेश भट्ट
दो साल पहले उस वक्त पूरे राष्ट्र में एक लहर सी दौड़ गई जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश पर जूता फेंकने के मामले को मशहूर फिल्ममेकर महेश भट्ने स्टेज पर एक प्ले के ज़रिए जीवंत कर दिया। इस जूते को फेंके जाने के पीछे क्या वजह थीघ् क्या थे वो हालात जिसने मुंतज़ैर अल जै़दी क…
भारतीय राज्य पर कब्ज़ा ज़माने का भयावह मंसूबा
मीडिया और बुद्दिजीवी-वर्ग, जिसने जनलोकपाल और दिल्ली गैंग-रेप में मध्यम वर्ग की भूमिका का अंधा समर्थन किया, मध्यम वर्ग के युवाओं के साथ मिलकर भारतीय राज्य के खिलाफ एक भयंकर षडयंत्र कर रहा है.…
जी न्यूज चैनल के खिलाफ मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने की पीड़िता के मित्र की भेंटवार्ता प्रसारित करने पर कार्रवाई
दिल्ली/ दिल्ली पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म की शिकार लड़की के मित्र की भेंटवार्ता प्रसारित करने पर जी …
"महिलाओं के प्रति सम्मान" जैसे शब्द मीडियाकर्मियों की जागीर ?
इर्शादुल हक/ ब्लात्कार, महिला सुरक्षा, महिलाओं के प्रति सम्मान जैसे शब्दों को कुछ मीडियाकर्मियों ने अपनी जागीर बना समझ लिया है. मोहन भागवत उनके मन की न बोलें तो बुरा, बीजेपी का नेता बोले तो बुरा, कांग्रेस के शशि थरूर ट्विटर पर अपने ब्लैकबेरी से चटका लगायें तो बुरा है, मीडिया के…
दस वर्षों में हिन्दुस्तान ने अपनी फोटोग्राफर को कभी श्रद्धांजलि तक नहीं दीं ?
श्रीकृष्ण प्रसाद /मुंगेर ।बिहार। ‘‘सर् जी ! बर्दास्त नहीं होता है जब दैनिक हिन्दुस्तान से जुड़े लोग मेरे बारे में दुष्प्रचार सरेआम करते हैं। सर् जी ! मैंने जिस अखबार में नौकरी की, उस अखबार ने भी मेरी मृत्यु की खबर तक नहीं छापी । मेरी मृत्यु पर शोक व्यक्त करने और मेरी …
भारत में 2012 में पाँच पत्रकार मारे गए
दुनिया भर में पत्रकारों के लिए साल 2012 हमलों का रहा
दुनिया भर में 132 संवाददाता अपने कर्तव्य निबाहने के दौरान मारे गए, तो भारत में 2012 में 5 पत्रकार मारे गए और 38 को धमकी, दुर्व्यवहार झेलना पड़ा। Free Speech Hub of the m…
नवीनतम ---
- तथ्यपरक रिपोर्टिंग का रिवाज ही खत्म
- कैमरा जीवन की सूक्ष्म गतिविधियों को बारीकी से देखने का औज़ार: संजय कुमार
- सोशल मीडिया लोकप्रिय पर भरोसेमंद हैं अखबार : प्रो. संजय द्विवेदी
- कुछ खबरें हमारे मेन मीडिया से बिल्कुल गायब हैं
- आई टी एक्ट से नियमित-नियंत्रित होती है वेब पत्रकारिता
- डिजिटल और वेब मीडिया ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत
- डॉ अंजनी की रिसर्च परियोजना को आईसीएसएसआर की स्वीकृति
- डॉ.अम्बेडकर की पत्रकारिता आज भी प्रासंगिक
- पत्रकारिता के माध्यम से बाबा साहेब ने की वैचारिक क्रांति: प्रो.संजय द्विवेदी
- बेस्ट ऑफ बस्ती अवार्ड्स से सम्मानित हुए प्रो.संजय द्विवेदी
- एमसीयू में व्याख्यान एवं प्रतिभा 2025 का आरंभ
- पत्रकारिता ने चलाया गो-संरक्षण का आंदोलन
- एआई से आएगी मीडिया उद्योग में क्रांति: प्रो.संजय द्विवेदी
- घिबली व एनीमे: जापानी 'कल्चरल सुपरपावर’ से भारत को सीख
- वेव्स 2025 के लिए मीडिया प्रतिनिधियों का पंजीकरण आरंभ
- मीडिया साक्षरता से ही संचार क्षमता विकसित होगी
- पत्रकारों की अभिव्यक्ति के अधिकार निर्बाध नहीं
- भाषा और भारतीयता की चिंता आवश्यक: प्रो. द्विवेदी
वर्गवार--
- feature (40)
- General (179)
- twitter (1)
- whatsapp (3)
- अपील (8)
- अभियान (9)
- अख़बारों से (5)
- आयोजन (102)
- इंडिया टुडे (3)
- खबर (1696)
- जानकारी (5)
- टिप्पणी (1)
- टीवी (3)
- नई कलम (1)
- निंदा (4)
- पत्रकारिता : एक नज़र में (2)
- पत्रकारों की हो निम्नतम योग्यता ? (6)
- पत्रिका (45)
- पुस्तक समीक्षा (47)
- पुस्तिका (1)
- फेसबुक से (221)
- बहस (15)
- मई दिवस (2)
- मीडिया पुस्तक समीक्षा (21)
- मुद्दा (502)
- लोग (8)
- विरोधस्वरूप पुरस्कार वापसी (6)
- विविध खबरें (597)
- वेकेंसी (14)
- व्यंग्य (31)
- शिकायत (14)
- शिक्षा (11)
- श्रद्धांजलि (118)
- संगीत (1)
- संस्कृति (1)
- संस्मरण (31)
- सम्मान (17)
- साहित्य (101)
- सिनेमा (16)
- हिन्दी (5)
पुरालेख--
- April 2025 (13)
- March 2025 (20)
- February 2025 (29)
- January 2025 (14)
- December 2024 (10)
- November 2024 (5)
- October 2024 (7)
- September 2024 (16)
- August 2024 (8)
- July 2024 (9)
- June 2024 (9)
- May 2024 (13)
- April 2024 (11)
- March 2024 (12)
- February 2024 (11)
टिप्पणी--
-
foo barMarch 2, 2025
-
रवि अहिरवारJanuary 6, 2025
-
पंकज चौधरीDecember 17, 2024
-
Anurag yadavJanuary 11, 2024
-
सुरेश जगन्नाथ पाटीलSeptember 16, 2023
-
Dr kishre kumar singhAugust 20, 2023
-
Manjeet SinghJune 23, 2023
सम्पादक
डॉ. लीना