कृष्णेन्द्र राय//
खबर है दिलचस्प ।
खबरों का घोटाला ।।
नजर लगी है तेज ।
लगाओ टीका काला ।।
खबर है पधारी ।
ले संग अपने आय ।।
होगी हरी जेब ।
अद्भुत है उपाय ।।
कोई छाने ख़ाक ।
कोई बैठ काम ।।
खबर ने मचाया ।
जगत में कोहराम ।।
दाव पर प्रतिष्ठा ।
नौबत बंदरबांट ।।
असली और नकली ।
भेद करो कपाट ।।