अम्बरीष कुमार/ मीडिया के लिए यह काला दिन है !
ये पत्रकार कवरेज करना चाहते हैं ,बात करना चाहते हैं ।संपादक भी खड़े हैं पुलिस के घेरे में पर जनता नही चाहती ।यह पहली बार दिख रहा है ,वैसे कोई आंदोलन पत्रकारों को बुलाये तो वे आते नही और आ गए तो कहते हैं ,प्रेस रिलीज दे समय नही है ।और एक यह समय है ।ऐसे हालात क्यों पैदा हुए यह सोचना चाहिए ।दिनभर आप अपने चैनल पर क्या दिखाते हैं कभी अपने बच्चों से पूछे अगर वे देखते हैं तो ।समाज में इतनी नफरत घोलना ठीक नही ।यह शुरुआत है ,अभी भी वक्त है संभल जाएं।
(अम्बरीष कुमार के फेसबुक वाल से साभार)