इस अंक में समकालीन काव्य परिदृश्य पर कहानियां भी
सवा दो सौ पृष्ठों के इस अंक में समकालीन काव्य परिदृश्य पर पंकज चतुर्वेदी, अशोक कुमार पांडे और पंकज पराशर के आलेखों के साथ तीन उम्दा कहानियां भी पढी जा सकती हैं। कहानियां हैं संजीव कुमार, पंकज सुबीर और विष्णु नागर की। और भी बहुत कुछ।
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Banaas Jan
393, Kanishka Appartment C & D Block
Shalimar Bagh
Delhi- 110088
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