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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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"बिपरजॉय" की रिपोर्टिंग को लेकर सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ऐड्वाइज़री

मंत्रालय ने जमीनी स्तर पर रिपोर्टिंग में शामिल मीडिया कर्मियों की सुरक्षा पर चिंता जताई, मीडिया संगठनों से तैनात कर्मियों की सुरक्षा से समझौता नहीं करने और पर्याप्‍त सावधानी बरतने का अनुरोध किया

विभिन्न मीडिया संगठनों, विशेष रूप से चक्रवात "बिपरजॉय" को कवर कर रहे निजी टीवी चैनल के पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों के बचाव एवं सुरक्षा पर गहरी चिंता व्‍यक्‍त करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने आज चक्रवात की जमीनी स्तर पर रिपोर्टिंग में शामिल ऐसे सभी चैनलों के कर्मियों के लिए एक ऐड्वाइज़री जारी की है।

मंत्रालय ने सावधान किया है कि इस घटना की रिपोर्टिंग से निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों द्वारा तैनात पत्रकारों, कैमरामैन और अन्य कर्मियों की जमीनी स्तर से रिपोर्टिंग से बचाव एवं सुरक्षा के गंभीर जोखिम पैदा हो सकते हैं। मंत्रालय ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की है कि इस तरह की जमीनी रिपोर्टिंग से तैनात विभिन्न कर्मियों की जान जोखिम में पड़ सकती है।

मंत्रालय ने मीडिया संगठनों को दृढ़तापूर्वक सलाह दी है कि वे संभावित प्रभावित क्षेत्रों में अपने कर्मियों की तैनाती के मामले में अत्यधिक सावधानी और उचित चौकसी बरतें। इसकी भी पुरजोर अनुशंसा की गई है कि किसी भी परिस्थिति में संगठन को ऐसे कर्मियों की तैनाती के लिए निर्णय नहीं लेना चाहिए जिससे मीडिया कर्मियों के बचाव और सुरक्षा के साथ कोई समझौता हो तथा उन्‍हें स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सावधानियों का पालन करना चाहिए।

चक्रवात "बिपरजॉय" के शीघ्र ही देश के पश्चिमी तट से टकराने की आशंका है, जिससे विभिन्‍न प्रकार से व्यवधान उत्पन्न होने की संभावना है। मंत्रालय ने लोगों को फिर से आश्वस्त किया है कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ चक्रवात के प्रभाव को कम करने के लिए सभी प्रयत्‍न कर रही है।

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सम्पादक

डॉ. लीना