त्रिश्शूर में मलयालम मीडिया पर केंद्रित अंक का विमोचन
त्रिश्शूर,(केरल)। मीडिया विमर्श पत्रिका के मलयालम विशेषांक का लोकार्पण मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी (एम.ई.एस ) के अध्यक्ष डॉ .पी.ए .फसल गफूर जी के कर कमलों से सम्पन्न हुआ । पत्रिका की प्रथम प्रति दक्षिण अफ्रीका के अरबा मिंच विश्व विद्यालय के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रो.डॉ गोपाल शर्मा ने स्वीकार किया। केरल राज्य के एम्.इ.एस कल्लटी कालेज, त्रिश्शूर के भाषा विभागों के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित द्विदिवसीय अंतर राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘महात्मा : सरहदों से परे’ के उदघाटन सत्र में इस विशेषांक के अतिथि सम्पादक डॉ.सी जयशंकर बाबु के प्रयास को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि:यह अंक मलयालम मीडिया पर एक शोध ग्रंथ सरीखा है।
इस अवसर मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ .पी.ए .फसल गफूर जी ने कहा कि “यह अंक दक्षिण भारत के मलयालम मीडिया को हिंदी के पाठकों के समक्ष रखने का अद्भुत प्रयास है।इससे भारतीय भाषाओं की एकता में अभिवृद्धि होगी।” प्रो.डॉ गोपाल शर्मा ने बताया की “देश-विदेश में फैले हिंदी पाठक समूह को इस पत्रिका में प्रकाशित मलयालम मीडिया के रचनाकार,संपादक,फिल्म निदेशक,विभिन्न पत्र-पत्रिकाएँ आदि का परिचय प्राप्त होगा। इस क्षेत्र में तुलनात्मक अध्ययन अब शैशव दशा में है । इस दृष्टि यह शोधार्थियों को शोध के लिए प्रेरित करेगा ।उनके विचार में मलयालम भाषी भी इस अंक को पढ़ना और पढ़वाना चाहेंगे”।
अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक एवं हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ.रंजित एम् ने इस अंक को महात्मा गांधी जी के व्यापक भाषा दृष्टि से जोड़ा और कहा इस अंक का यहाँ इस रूप में लोकार्पण होने से गांधी जी के हिंदी दर्शन को आगे बढ़ावा भी मिलेगा। सभा में उपस्थित सभी विद्वानों ने अतिथि संपादक की भूरी –भूरी प्रशंसा की और कहा मूलतः तेलुगु भाषी एवं हिंदी के वरिष्ठ विद्वान् एवं संपादक डा.जयशंकर बाबूजी ने मलयालम भाषा के अनेक विद्वानों से मीडिया संबंधी विषयों पर अनुग्रह पूर्वक लिखवाकर दक्षिण की भाषा पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय योगदान दिया है,और आशा की जानी चाहिए की सभी भारतीय भाषाओं की पत्रकारिता पर विशेषांक निकाला जायेंगे। विमोचन समारोह में कोलेज के एम्.इ.एस कल्लटी कोलेज प्रबन्धन समिति के सचिव जनाब पी .यु मुजीब,चेयरमान के.सी.के.सैद अली, प्राचार्य टी.के जलील, एम्.इ.एस पालक्काट, जिला अध्यक्ष जब्बार अली, शाजिद वलांचेरी, श्रीमती ए.रमला आदि भी शामिल थे ।
उल्लेखनीय है कि त्रैमासिक पत्रिका मीडिया विमर्श निरंतर भाषाई पत्रकारिता पर काम करते हुए अब तक उर्दू पत्रकारिता, तेलुगु मीडिया, गुजराती मीडिया पर विशेषांकों का प्रकाशन कर चुकी है। मलयालम चौथी भारतीय भाषा है जिस पर पत्रिका ने विशेषांक का प्रकाशन किया है।