पत्रकारों की सुरक्षा तय किए जाने की भी माँग
पटना। पत्रकारों पर लगातार हो रहे पुलिसिया ज्यादती के विरोध में आज पटना में वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन आफ बिहार के बैनर तले पत्रकारों ने एक दिवसीय धरना दिया और विरोध मार्च निकाला।
सैकड़ों की संख्या में पूरे बिहार से आये पत्रकारों ने पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार पत्रकारों पर दमनात्मक कार्रवाई किये जाने की घोर निन्दा की। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आयोजित यह धरना जेपी गोलम्बर, गांधी मैदान में आयोजित की गयी। बाद में बिरोध मार्च जेपी गोलम्बर आयकर चैराहा तक निकाला गया।
धरना पर बैठे पत्रकारों ने मांग की है कि प्रजातंत्र के चौथे स्तम्भ पर जुर्म और दमन बंद हो। किसी पत्रकार की गिरफ्तारी के पहले मुख्यमंत्री का निर्देश जरूर लिया जाय। हरियाणा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा तमिलनाडु की भांति बिहार के पत्रकारों को भी पेंशन तथा सस्ते दर पर आवासीय भूखण्ड और आवास उपलब्ध करने की माँग पत्रकारों ने की। पत्रकारों को दी जाने वाली चिकित्सा राहत राशि पचास हजार से बढ़ाकर पांच लाख रूपये की जाय। इसके अलावा पत्रकारों की सुरक्षा तय की जाय।
धरना को संचालित कर रहे संगठन के प्रदेश महासचिव डा. देवाशीश बोस ने कहा है कि बिहार में पत्रकारों को साजिश के तहत फर्जी काण्ड में फंसा कर गिरफ्तार करने का सिलसिला अगर बंद नहीं किया गया तो इस आंदोलन को राज्यब्यापी स्वरूप प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन और सेमिनार के द्वारा सरकार के इस दमनात्मक रूप से भी जनता को अवगत कराया जायेगा। धरना तथा विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ पत्रकार ब्रजनन्दन, रामानन्द रौशन, सुधीर मधुकर, मोहन कुमार, मुकेश महान, अभिजीत पाण्डेय, सुधांषु कुमार सतीश, अनमोल कुमार, प्रभाष चन्द्र शर्मा, प्रवीण कुमार, अनुराग गोयल, चन्द्र शेखर भगत सहित सैकड़ों पत्रकारों ने भाग लिया।