ढेर सारे मीडिया हाउसों के पास थी ये खबर, किसी ने दिखाने की हिम्मत नहीं की
भड़ास4मीडियाडॉटकॉम की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि भड़ास टीम ने आज एक बड़ी खबर ब्रेक की है. तरुण तेजपाल और अनिरुद्ध बहल को मारने की साजिश शहाबुद्दीन ने रची थी. यह खुलासा शहाबुद्दीन गैंग के उस अपराधी ने किया जो मय एके56 नेपाल से दिल्ली आया था मर्डर को अंजाम देने लेकिन दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया. चार पन्नों की गोपनीय पूछताछ रिपोर्ट की कापी भड़ास टीम को हाथ लगी है. ये चार पन्ने ढेर सारे मीडिया हाउसों के पास थे लेकिन किसी ने इस पर खबर दिखाने की हिम्मत नहीं की. पहली बार ये चार पन्ने पब्लिक डोमेन में डाले जा रहे हैं. पढ़िए भड़ास पर छपी सुजीत प्रिंस और शशिकांत सिंह की रिपोर्ट.
ISI ने शहाबुद्दीन संग मिल तरुण तेजपाल और अनिरुद्ध बहल की हत्या कर तत्कालीन भाजपा सरकार अस्थिर करने की साजिश रची थी!
कई पत्रकारों का हत्यारा बिहार का बाहुबली शहाबुद्दीन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के तिहाड़ जेल शिफ्ट किया जाना है तो इस मौके पर उसकी करतूतों की फिर चर्चा चहुंओर शुरू हो गई है. खासकर मीडियाकर्मियों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि दो-दो पत्रकारों की हत्या कराने वाले शहाबुद्दीन को आखिर क्यों राजनीतिक संरक्षण दिया जाता है और अभी तक उसके गुनाहों की सजा उसको क्यों नहीं दी गई. क्यों उसके सामने नेता, अफसर, जज समेत पूरा सिस्टम भय के मारे नतमस्तक हो जाता है.
इस बीच एक पुराना मामला पता चला है जिसमें शहाबुद्दीन के कुछ गुर्गे दिल्ली में हथियारों के साथ अरेस्ट किए गए थे. उनमें से एक ने पुलिस के सामने अपने दिए बयान में कुछ कुछ सनसनीखेज खुलासे किए थे. उसने बताया था कि नेपाल में आईएसआई, शहाबुद्दीन और अन्य के बीच मीटिंग में तहलका के तत्कालीन एडिटर इन चीफ तरुण तेजपाल और तहलका के ही खोजी पत्रकार अनिरुद्ध बहल को मारने की साजिश रची गई. इनकी हत्या करके तत्कालीन भाजपा सरकार को गिरवाना था क्योंकि तहलका ने भाजपा के लोगों का स्टिंग किया था और स्टिंग करने वालों की हत्या के बाद पूरा दोष भाजपा सरकार पर ही जाता.
ये मामला वैसे है पुराना लेकिन चार पन्नों का यह कुबूलनामा पहली बार भड़ास4मीडिया के जरिए पब्लिक डोमेन में लाया जा रहा है.
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