भारत में साहित्य अकादमी ने उन्हें अन्तराष्ट्रीय प्रेमचंद फ़ेलोशिप प्रदान की थी
लाहौर। पाकिस्तान के मशहूर लेखक एवं पत्रकार इंतज़ार हुसैन का लाहौर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। भारत के बुलंदशहर के डिबाई में जन्मे और विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए श्री हुसैन जितना पाकिस्तान में लोकप्रिय थे उतने ही भारत में भी जाने जाते थे। वह दोनों मुल्कों के बीच दोस्ती की एक कड़ी भी थे। श्री हुसैन बीच बीच में भारत जाते थे और वहां के साहित्यिक समारोहों में भाग भी लेते थे।
डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार श्री हुसैन के जन्म की तारीख को लेकर विवाद था लेकिन बताया जाता है कि उनका जन्म सात दिसंबर 1923 को बुलंदशहर के डिबाई में हुआ था और 1946 में मेरठ से उर्दू में एम ए करने के बाद वह पाकिस्तान आ गए थे और यहीं बस गए। वह डॉन के स्तंभकार भी थे उनकी चर्चित पुस्तकों में बस्ती, खाली पिंजरा, दिन और दास्तां, हिन्दुस्तान के नाम आखीरी ख़त शामिल हैं। उन्हें कई पुरस्कारों जिनमें फ्रांस का साहित्यिक सम्मान भी शामिल है से भी नवाज़ा गया था।
भारत में साहित्य अकादमी ने उन्हें अन्तराष्ट्रीय प्रेमचंद फ़ेलोशिप प्रदान की थी।
मीडियामोरचा परिवार की ओर से इंतज़ार हुसैन को श्रधांजलि।