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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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मैं जिंदा हूँ.....गौरैया’ फोटो प्रदर्शनी बना रहा आकर्षण का केंद्र

लेखक-पत्रकार संजय कुमार द्वारा खींची गौरैया की फोटो प्रदर्शनी में खास फोटो पहचान कर विजेता बने उज्जवल  

पटना।  कालेज ऑफ कामर्स, आर्ट्स एंड साइंस, पटना के ‘स्ट्राइड’ कार्यक्रम के दौरान प्रेस इन्फोर्मेशनब्यूरो, पटना के सहायक निदेशक और लेखक-पत्रकार संजय कुमार द्वारा खींची गौरैया की फोटो प्रदर्शनी ‘मैं जिंदा हूँ.....गौरैया’ दूसरे दिन भी छात्रों और दर्शकों के बीच आकर्षण केंद्र बना रहा। सेल्फी और फोटो खीचने- खिचवाने का सिलसिला खूब चला।

विलुप्त होती गौरैया को संरक्षित करने के उद्देश्य से  कालेज ऑफ कामर्स, आर्ट्स एंड साइंस, पटना के पत्रकारिता एवंजनसंचार विभाग और कम्युनिटी राइट्स एण्ड डेवलपमेंट फाउंडेशन के सहयोग से राजकीय पक्षी “गौरैया” पर फोटो प्रर्दशनी लगाई गयी है। तीन  दिवसीय  फोटो प्रदर्शनी ‘‘मैं जिंदा हूँ.....गौरैया’ को संरक्षित करने की  बात करते छात्र-छा़त्रों और लोगों के बीच देखी गई। अंशुमन कुमार, नेहा, सृष्टि ने कहा कि अब कम गौरैया दिखती है फोटो देख अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी गौरैया संरक्षण  के प्रति जागरूकता लाने में अहम भूमिका निभाएगी। वहीं मनीष, निकिता मिश्रा और इमरान ने कहा कि जिस तरह से पेड़ कट रहे हैं उससे इनके आशियाने उजड़ रहे है। जबकि पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के काडिनेटर प्रो.डॉ तारिक फातमी ने कहा कि संजय कुमार ने जो पहल की है उसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विभाग के छात्र-छा़त्राओं ने इसके संरक्षण का संकल्प लिया है। वहीं, संजय कुमार ने कहा कि लगातार लोग चित्रों के आकर्षण से खींचे आ रहे है। सेल्फी और फोटो खींचवा रहे है। उन्होंने कहा कि सिर्फ चि़त्रों में देख कर आह भरने से नहीं होगा बल्कि इस दिशा में कदम बढ़ाना होगा।

गौरैया की विभिन्न अदाओं को 30 फोटो में समेटे प्रदर्शनी के दौरान सबसे अलग फोटो पहचानने की प्रतियोगिता मौके पर फोटोग्राफर संजय कुमार ने रखी। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के छात्र उज्जवल शाह ने 90 डिग्री पर सर घुमाये गौरैया को पहचान कर पुस्तक,मीडिया: महिला,जाति और जुगाड़” पुरस्कार में जीता। इस अवसर पर कालेज ऑफ कामर्स, आर्ट्स एंड साइंस, पटना के छात्र-छात्राएं और कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना