कुमोद कुमार / पटना/ शाम के छह बजे चुके थे शाम को अपने आगोश में ले चूका था न शोर न शराबा पुस्तक प्रेमी शांत से अपने अपने सीटों पर जमे हुए थे स्टेज की लाइट ऑन रहती हैं सिर्फ मीठे स्वर में आवाजें आती हैं धक धक तभी स्टेज पर आते हैं मुम्बई से आये हुए कलाकार और बोधिसत्व इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ग्रुप के कलाकारों के गानों सुनने का मौका था पटना के गांधी मैदान में सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलेपमेंट (सीआरडी) के 23वें पुस्तक मेले के चौथे दिन का जहाँ मुम्बई से आये कलाकारों ने अपने सुरों से जब समां बांधने लगा तो भोजपुरी मुक्ताकाश मंच के सामने बैठे पुस्तक प्रेमियों का पैर जब थिरकने लगा तो रुकने का नाम नही लिया उन्होंने जब अपने गानों की शुरुआत ,,राम जी की नाव चली .........प्यार के मस्ती में लहरों के कस्ती में .....ढोलना बोल जाओ न........के जैसे प्रस्तुति देने लगे तो पूरे पंडाल में बैठे पुस्तक प्रेमी को ताली बजाने और थिरकने पर मजबूर कर दिया ।वही एक ओर भूजुर्ग उम्र के महिलाएं और पुरुष को प्रभात प्रकाशन के स्टॉल पर जे.पी वासवानी की लिखी हुई कहानी पुस्तक खुशहाल जीवन की कहानियो , धुर्व भट्ट की लिखी हुई उपन्यास अग्निकथा पाठकों को ज्यादा भा रही हैं वही दूसरी और पत्रकारिता एवं जनसंचार स्टूडेंट्स के लिए अनीश भसीन की लिखी हुई पुस्तक मीडिया विश्वकोश पत्रकारिता स्टूडेंट की ज्यादा पसंद भा रही हैं वही
पत्रकारिता एवम जनसंचार छात्र छात्राओं के लिए प्रभात प्रकाशन की ओर से प्रकाशित की जाने वाली पुस्तक और उनके लेखक व सुप्रसिद्ध पत्रकार श्री संजय कुमार की लिखी हुई पुस्तक मीडिया महिला,जाति और जुगाड़ पुस्तक के लोकार्पण और प्रभात प्रकाशन में इस किताब को आने तक पत्रकारिता स्टूडेंट्स को बेसब्री से इंतज़ार हैं।
वही दूसरी और बच्चो की किताब पंचतंत्र ,जंगल बुक,तेनालीराम जैसी पुस्तकें बच्चे खरीदते हुए नज़र आये वही पेरेंट्स भी कई किताबें अपने अपने बच्चो को पसंद करके दे रहे थे , वही प्रतियोगी छात्रों की बात करें तो उन्होंने भी अपने कोचिंग से समय पर छुट्टी मिलते ही गांधी मैदान में लगे पुस्तक मेले में प्रतियोगी पुस्तक खरीदने की रुख कर देते हैं उपकर प्रकाशन के प्रकाशक का कहना हैं कि उपकार प्रकाशन में एसएससी एवम रेलवे परीक्षा के तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए कई गाइड और इमरान सगीर की लिखी हुई गणित की पुस्तक प्रतियोगी छात्रों को ज्यादा भा रही हैं , जैसे जैसे पुस्तक मेले में शाम होती जाती हैं पुस्तक प्रेमियो का हुजूम जुटना शुरू होने लगता हैं वही खाशकर फ़रवरी महीने होने के साथ साथ वेलेंटाइन वीक के पहले दिन शुरू हो गया हैं कई लड़के और लड़कियों पुस्तक मेले में चेतन भगत की लिखी हुई love स्टोरी की पुस्तकें को टटोलते हुए नज़र आये।वही कई बच्चे अपने परिवार के साथ पुस्तक मेले में लगे व्यंजन के स्टॉल और आइसक्रीम का जमकर लुप्त उठाया ।