जिला कलेक्टर ने दिए निर्देश, पुलिस व प्रशासन की पत्रकारवार्ताओं के बहिष्कार का पत्रकारों की कोर कमेटी ने लिया था निर्णय
बीकानेर। पत्रकारों के साथ पुलिस द्वारा कथित दुर्व्यवहार मामले की निष्पक्ष जांच के लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता ने एक प्रशासनिक कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौंपेगी।
इस संदर्भ में पत्रकार कोर कमेटी के शिष्टमंडल से 2 सितंबर को जिला कलक्टर नमित मेहता ने बैठक की। सूचना और जनसंपर्क उपनिदेशक विकास हर्ष की मध्यस्थता में जिला कलेक्टर के साथ पत्रकारों के शिष्टमंडल की वार्ता हुई। वार्ता में जिला कलेक्टर ने कहा कि संपूर्ण घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करवाई जाएगी।
इससे पहले पत्रकारों ने पुलिस व प्रशासन की पत्रकारवार्ताओं का बहिष्कार का निर्णय लिया था। बीकानेर में पत्रकारों के साथ पुलिस के खराब रवैये को लेकर अनेक बार जिला प्रशासन, बीकानेर पुलिस रेंज के अधिकारियों तथा सरकार के मंत्रियों को अवगत कराने के बाद भी पुलिस के रवैये में सुधार नहीं होने पर बीकानेर के पत्रकारों की कोर कमेटी ने बुधवार को सर्किट हाउस में बैठक करने के बाद सर्वसम्मति से पुलिस और प्रशासन की पत्रकार वार्ताओं तथा सरकारी कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने का निर्णय लिया।
इसके अलावा कमेटी ने यह भी निर्णय लिया कि इस दौरान राजनैतिक दलों के कार्यक्रमों में भी कोई पत्रकार शिरकत नहीं करेंगा। बैठक में हाल ही में बीकानेर के दो वरिष्ठ पत्रकारों के साथ थाने में हुई ज्यादती के मुद़दे पर भी चर्चा हुई और इसमें पुलिस की कार्रवाई की घोर निंदा की गई। कहा गया कि पत्रकारों से बिना वजह दुर्वव्यवहार करने का पुलिस का रवैया अब असहनीय है। बैठक में पुलिस दवारा पत्रकारों से दुर्दांत अपराधियों की तरह व्यवहार करने की कार्यशैली पर रोष प्रकट किया गया तथा सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि यह सब नहीं रुका तो पत्रकार आंदोलन को और तेज करेंगे।