नई दिल्ली/ नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) से संबंद्ध इंटरनेशनल फेडरेशन आफ जर्नलिस्ट्स (आईएफजे) और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (डीजेए) ने किसानों के प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों पर हुए हमले की घोर निंदा की है। सोशल मीडिया पर भी कई महिला पत्रकारों ने अपने साथ हुई छेड़खानी और बदसलूकी की शिकायतें की है।
एनयूजे (आई) के अध्यक्ष रासबिहारी ने कहा, हम मीडिया पर हमले की निंदा करते हैं और इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हैं। पत्रकारों को उनका काम करने दिया जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस के जवानों पर जानलेवा हमले किए, यह घटना निंदनीय है। यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है। कई महिला पत्रकारों ने अपने साथ हुई बदसलूकी की शिकायतें की है।
प्रेस काउंसिल के सदस्य और एनयूजे (आई) के संगठन सचिव आनंद राणा, डीजेए के अध्यक्ष राकेश थपलियाल और महासचिव के पी मलिक ने कहा कि उपद्रवियों को मीडियाकर्मियों से बदसलूकी और महिला पत्रकारों के साथ अभद्रता करने वाले प्रर्दशनकारियों की पहचान कर पुलिस को उनके खिलाफ खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए।
दोनों संगठनों की तरफ से कहा गया है कि मीडियाकर्मियों से साथ बदसलूकी की शिकायत प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और भारतीय प्रेस परिषद से की जाएगी।