त्रिपुरा में यह अखबार मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार के कृषि मंत्री और कुछ अन्य पार्टी नेताओं द्वारा किए गए 150 करोड़ रुपये के घोटाले की रिपोर्ट की श्रृंखला प्रकाशित कर रहा था
गिरीश मालवीय/ अरनब की गिरफ्तारी के बाद से जिन लोगो को अचानक से आपातकाल याद आ रहा है उसकी गिरफ्तारी को जो लोग अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बता रहा है उनकी जानकारी के लिए बता रहा हूँ कल भाजपा शासित त्रिपुरा राज्य में एक अखबार की छह हजार प्रतियों को छीन कर मात्र इसलिए जला दिया गया क्योकि पिछले तीन दिनों से वह अखबार मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार के कृषि मंत्री और कुछ अन्य पार्टी नेताओं द्वारा किए गए 150 करोड़ रुपये के घोटाले की रिपोर्ट की श्रृंखला प्रकाशित कर रहा था
यह अखबार स्थानीय बंगला भाषा में प्रकाशित होता है इस समाचार पत्र ‘प्रतिवादी कलम’ की छह हजार से अधिक प्रतियां शनिवार को अगरतला से करीब 60 किलोमीटर दूर गोमती जिले में उदयपुर बस स्टैंड पर छीनकर उपद्रवियों द्वारा नष्ट कर दीं गयी.......
प्रतिवादी कलम समाचार पत्र के संपादक अनल रॉय चौधरी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में कृषि मंत्री और कुछ नेताओं द्वारा किए गए 150 करोड़ रुपये के कथित घोटाले की रिपोर्ट की श्रृंखला प्रकाशित होने के बाद अखबार को सबक सिखाने के लिए इसकी प्रतियों को नष्ट किया गया है। राजू मजुमदार सहित 12 लोगों के खिलाफ गोमती जिले के राधाकिशोरपुर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।