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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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सूचना की अधिकता से आमजन असमंजस में: डॉ सच्चिदानंद जोशी

जे.सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 'मीडिया की बात आपके साथ' साप्ताहिक श्रृंखला के उद्घाटन सत्र में वेबिनार का आयोजन

फ़रीदाबाद/ वर्तमान समय में अनेक स्रोतों से प्राप्त सूचना की अधिकता से आमजन ग्रस्त है जिस कारण सूचना प्राप्तकर्ता असमंजस में है कि वह किस मीडिया चैनल की किस सूचना पर विश्वास करें, उक्त विचार शिक्षाविद एवं विचारक डॉ. सच्चिदानंद जोशी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली ने मुख्य वक्ता के रूप में 'मीडिया की बात आपके साथ' साप्ताहिक श्रृंखला के उद्घाटन सत्र में व्यक्त किए। उक्त वेबिनार का आयोजन जे.सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के  संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया गया था। व्याख्यान का विषय  ‘मीडिया एवं कोविड-19’ था। मुख्य वक्ता ने फेसबुक , ट्विटर और यूट्यूब जैसे नए ऑनलाइन मीडिया प्लेटफॉर्म का ज़िक्र करते हुए कहा कि इन प्लेटफॉर्म की पहुँच आज लगभग भारत में 80 करोड़ लोगों तक है फलस्वरूप इनसे उपभोक्ता ख़बर प्राप्त करते और साझा भी करते है। किंतु इन माध्यमों से साझा खबरों की प्रमाणिकता हमेशा संदेह के घेरे में रही है। डॉ सच्चिदानंद जोशी  ने प्रसिद्ध सामाजिक वैज्ञानिक हरर्री , चौपसी एवं एल्विन टोफ़्फ़्लेर का उदाहरण देते हुआ कहा कि उद्धृत पब्लिक मीडिया माध्यमों ने लोगों में कोविड काल में  भी विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर झूठ जोरशोर से परोसा है परिणामस्वरूप आज लोगों में कोविड से हो रहे  नुक़सान के ग़लत आँकड़े डर का माहौल पैदा कर रहे है। उन्होंने आगे कहा की इस महामारी में मीडिया को सशक्त व राष्ट्र केंद्रित भूमिका निभाने की ज़रूरत है जिससे लोगों में सकारात्मकता का भाव पैदा होगा और देश कोविड की लड़ाई को जनता के विश्वास व मनोबल से जल्द जीत लेगा। डॉ सच्चिदानंद जोशी ने प्रश्नोत्तर सत्र में छात्रों के प्रश्नों का उत्तर देकर उनके भविष्य का मार्ग प्रशस्त भी किया।

वेबिनार  की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर दिनेश कुमार ने मीडिया विभाग को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि मीडिया की भूमिका हमेशा ही महत्वपूर्ण रही है क्योंकि मीडिया हमेशा आमजन के लिए पथ प्रदर्शक रहा है। उन्होंने आगे कहा कि महामारी काल में मीडिया की भूमिका और भी जिम्मेदारी वाली हो जाती है। इसमें कोई शक नहीं कि मीडिया ने कोविड  में लोगों को जागरूक करने का काम किया, जिस कारण भारत कोविड -1 की लड़ाई जीत सका और देश यह कोविड-2 लड़ाई भी जीत जाएगा। प्रोफेसर दिनेश कुमार ने उम्मीद जताई कि मीडिया विभाग इस प्रकार के वेबिनार छात्रों के लिए आगे भी आयोजित करता रहेगा। 

वेबिनार का आयोजन फैकल्टी ऑफ  लिबरल आर्ट एंड मीडिया स्टडीज के डीन एवं अध्यक्ष प्रोफेसर अतुल मिश्रा की देखरेख में किया गया। अंत में  विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग ने मुख्य अतिथि एवं उपस्थित सभी महत्वपूर्ण श्रोताओं का धन्यवाद व्यक्त किया।

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सम्पादक

डॉ. लीना