प्रथम अखिल भारतीय महिला पत्रकारों की कार्यशाला में देश भर से जुटी 250 पत्रकार
नई दिल्ली । महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज कहा कि हम सभी को मीडिया की ताकत के बारे में पता है और मीडिया की पहुंच एक परिवर्तन के प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर सकती है। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत पत्र सूचना कार्यालय,पीआईबी, के सहयोग से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से पहली बार नई दिल्ली में 7जून को आयोजित एक दिवसीय ‘अखिल भारतीय महिला पत्रकार कार्यशाला’ को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि महिला पत्रकार सही सोच के साथ समाज में एक बड़ा बदलाव कर सकती है। उन्होंने पत्रकारों से सरकार की योजनाओं को अंतिम कतार में खड़े लोगों तक पहुंचाने की अपील की। और कहा कि सामाजिक बदलाव लाने में महिलाओं की भूमिका अहम हो सकती है ।
इस अवसर पर श्रीमती मेनका गांधी ने पिछले दो साल के दौरान महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा उठाये गये विभिन्न कदमों के बारे में विस्तार से बताया। मंत्री ने बताया कि मंत्रालय किस तरह पहली बार महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर कार्य कर रहा है। इसके आलवे मंत्रालय की पहल, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला ई-हार्ट, मोबाइल पर पैनिक बटन, वैवाहिक वेबसाइटों के लिए दिशा-निर्देश, पुलिस बलों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण, जेंडर चैम्पियन स्कीम, गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए रेलवे के साथ उठाये गये महत्वपूर्ण पहल के बारे में बताया।
कार्यशाला को वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री निर्मला सीतारमण ने भी संबोधित किया । महिला एवं बाल विकास सचिव लीना नायर ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के इतिहास, मंत्रालय के काम करने के अवसर और मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला।
यह पहला अवसर था जब एक साथ देश के 30 राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के 120 मीडिया संस्थानों से 250 से ज्यादा पत्रकारों ने कार्यशाला में भाग लिया । कार्यशाला का उद्घाटन महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने किया। इस कार्यशाला में देश भर से प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक तथा ऑनलाइन मीडिया सहित छोटे तथा क्षेत्रीय मीडिया संस्थानों की महिला पत्रकारों ने भाग लिया। मौके पर पीआईबी के प्रिंसिपल डीजी फ्रैंक नरोरा भी मौजूद थे ।
विज्ञान भवन, कार्यशाला कार्यक्रम स्थल के बाहर एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। जहां चाइल्डलाइन की लाइव निगरानी प्रणाली-चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 और जिला स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए किए गए प्रयासों के बारे में सचित्र दिखाया गया था।
(सहयोग-पीआईबी रिलीज)।
रपट--डॉ.लीना , बिहार से कार्यशाला में भागीदारी रही ।