दाउदनगर/ बिहार में एक बार फिर एक पत्रकार पर जानलेवा हमला किया गया है। औरंगाबाद जिले के दाऊद नगर के रहने वाले उपेंद्र पर 11 मई 2017 को जानलेवा हमला किया गया। घटना के समय वे जातीय उन्माद के कारण हुए एक दोहरे हत्याकांड के बाद ग्रामीणों के आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन को कवर कर रहे थे। उपेंद्र एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक तथा एक टीवी चैनल के साथ-साथ फारवर्ड प्रेस से भी बतौर फ्रीलांस संवाददाता जुडे हुए हैं।
आरोप है कि दाऊद नगर में राजद विधायक वीरेन्द्र कुमार सिन्हा के सामने ही पत्रकार उपेंद्र कश्यप पर गुंडों ने हमला कर दिया और हमला करने वाले विधायक के स्वजातीय थे, मरने और मारने वाले भी। पत्रकार पर हमला होते विधायक देखते रहे।
अति पिछडा समुदाय से आने वाले उपेन्द्र कश्यप उन पत्रकारों में शामिल हैं जो सुदूर इलाके में रहकर निष्पक्ष पत्रकारिता करने के साथ ही बहुजनों के हितों के लिए निरंतर संघर्ष करते हैं।
अपने उपर हुए हमले की जानकारी देते हुए उपेन्द्र कश्यप ने बताया कि 25 वर्ष की पत्रकारिता में यह पहला मौका है जब उनपर इस प्रकार हमला किया गया। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। प्राथमिकी के मुताबिक घटनास्थल पर लोग आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और उत्पात मचा रहे थे। इसी बीच एक अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि मीडिया के लोग सामाजिक न्याय के खिलाफ़ रिपोर्टिंग करते हैं। इन्हें मारो। इसके बाद लोग उपेन्द्र पर टूट पड़े। किसी तरह उपेन्द्र ने एक पेट्रोलपंप के दफ़्तर में घुसकर अपनी जान बचायी। उपेन्द्र के मुताबिक इस घटना में उन्हें सिर में गंभीर चोटें आयीं और टांके लगाये गये।