Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

लोगों को जागरूक व प्रेरित करे मीडिया: प्रधानमंत्री

प्रिंट मीडिया के पत्रकारों और साझेदारों के साथ बातचीत में कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने में मीडिया के योगदान की प्रधानमंत्री ने की सराहना

नई दिल्ली/ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश भर के प्रिंट मीडिया के बीस से अधिक पत्रकारों और हितधारकों के साथ बातचीत की। पत्रकार चौदह स्थानों से बातचीत में शामिल हुए और ग्यारह अलग-अलग भाषाओं में बातचीत करते हुए राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया दोनों से जुड़े। कल प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रमुख हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया था।

प्रधान मंत्री ने कहा कि मीडिया ने देश के प्रत्येक सुदूरवर्ती इलाकों तक सूचना का प्रसार करने में प्रशंसा योग्य भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि मीडिया का नेटवर्क अखिल भारतीय है और यह शहरों और गांवों में फैला हुआ है। यह मीडिया को इस चुनौती से लड़ने और सूक्ष्म स्तर पर इसके बारे में सही जानकारी फैलाने के लिए अधिक महत्वपूर्ण बनाता है।

उन्होंने कहा कि समाचार पत्र जबरदस्त विश्वसनीयता रखते हैं और किसी क्षेत्र का स्थानीय पृष्ठ लोगों द्वारा विस्‍तृत रूप से पढ़ा जाता है। इसलिए यह आवश्यक है कि इस पृष्ठ में प्रकाशित लेखों के माध्यम से कोरोनावायरस के बारे में जागरूकता फैलाई जाए। यह आवश्यक है कि लोगों को इस बात की जानकारी दी जाए कि परीक्षण केंद्र कहाँ हैं, परीक्षण करवाने के लिए किससे संपर्क करना चाहिए और घर के आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। प्रधान मंत्री ने कहा कि यह जानकारी समाचार पत्रों और वेब पोर्टलों में साझा की जानी चाहिए, । उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता के स्थान जैसी जानकारी भी क्षेत्रीय पृष्ठों में साझा की जा सकती है।

प्रधानमंत्री ने मीडिया से राष्‍ट्रीय और क्षेत्रीय, दोनों स्‍तरों पर  सरकार और जनता के बीच कड़ी का काम करने तथा निरंतर फीडबैक उपलब्‍ध कराने को कहा। उन्‍होंने सामाजिक दूरी (सोशल डिस्‍टेंसिंग) के महत्‍व पर बल देते हुए मीडिया से इसके महत्‍व के बारे में जागरूकता फैलाने, राज्‍यों द्वारा लिए गए लॉक डाउन के फैसले से जनता को अवगत कराने और साथ ही अंतर्राष्‍ट्रीय आंकड़ों के समावेशन तथा समाचार पत्रों में अन्‍य देशों की केस स्‍टडीज के माध्‍यम से वायरस के प्रसार के प्रभाव को हाइलाइट करने को कहा।

जनता में जुझारुपन की भावना को जगाए रखने को आवश्‍यक करार देते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि निराशावाद, नकारात्‍मकता और अफवाहें फैलाने से निपटना महत्‍वपूर्ण है। नागरिकों को आश्‍वस्‍त किए जाने की जरूरत है कि सरकार कोविड-19 के प्रभाव से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रिंट मीडिया के पत्रकारों और हितधारकों ने प्रभावी संवाद कायम करने और देश का प्रखर मार्गदर्शन करने की दिशा में प्रधानमंत्री द्वारा निभाई जा रही भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि वे प्रेरक और सकारात्मक कहानियों को प्रकाशित करने के प्रधानमंत्री के सुझावों पर काम करेंगे। उन्होंने प्रिंट मीडिया की विश्वसनीयता को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया और कहा कि पूरे देश ने इस गंभीर चुनौती का सामना करने के लिए एक साथ आने के उनके संदेश का अनुसरण किया है।

प्रधानमंत्री ने फीडबैक उपलब्‍ध कराने के लिए प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया और वंचितों के प्रति उनकी सामाजिक जिम्मेदारी की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा की हिफाजत  के लिए सामाजिक सामंजस्य में सुधार लाना महत्वपूर्ण है।

सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सरकार की अग्र सक्रिय, ऐहतियाती और क्रमिक प्रतिक्रिया के बारे में जानकारी साझा करने के माध्यम से दहशत फैलने से रोकने के लिए पत्रकारों का आभार प्रकट किया। उन्होंने प्रिंट मीडिया से संकट की इस घड़ी में गलत सूचना के प्रसार को रोकने की अपील की।

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और सचिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में ने भी इस बातचीत में भाग लिया।

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना