पत्रकार हत्या मामला
नयी दिल्ली/ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बिहार में दो तथा मध्य प्रदेश में एक पत्रकार की हत्या के मामलों का संज्ञान लेते हुए दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को कल नोटिस जारी किया है। उन्हें चार सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है।
आयोग ने बिहार में दो पत्रकारों की सड़क दुर्घटना में मौत को भोजपुर के मुख्यिा की कथित साजिश बताये जाने वाली मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए कहा है कि इससे पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल उठता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आरोपी व्यक्तियों की पत्रकारों के साथ तीखी बहस हुई थी और उन्होंने पत्रकारों को गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहने को कहा था जिसके बाद दोनों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी। आयोग ने कहा है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाये रखना जरूरी है और प्रशासन को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
वहीँ मध्य प्रदेश में भी रेत खनन माफिया की कारगुजारियों का खुलासा करने वाले पत्रकार की कथित रूप से ट्रक द्वारा कुचले जाने से हुई हत्या का संज्ञान लेते हुए आयोग ने कहा है कि यदि इस बारे में मीडिया में आयी रिपोर्ट सही हैं तो प्रशासन की लापरवाही का मामला है। उसका कहना है कि यह मानवाधिकारों के हनन के साथ साथ लोकतांत्रिक मूल्यों का भी हनन है। आयोग ने कहा कि पत्रकार ने इस घटना से पहले उनकी जान को खतरे की रिपोर्ट भी पुलिस में लिखाई थी।