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____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

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माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में 'प्रतिभा-2017' शुरू

पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में लेखन, भाषण, काव्यपाठ और कला की विभिन्न विधाओं का यह आयोजन 11 मार्च तक चलेगा

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के वार्षिक सांस्कृतिक एवं खेलकूद आयोजन 'प्रतिभा-2017' का शुक्रवार से विधिवत शुभारम्भ हो गया है। यह आयोजन 11 मार्च तक चलेगा। पहले दिन से ही विद्यार्थियों का उत्साह देखते बन रहा है। विद्यार्थियों ने विभिन्न रचनात्मक विधाओं में अपनी प्रतिभा से निर्णायकों को प्रभावित किया। किसी ने तात्कालिक भाषण में बेहतर किया तो किसी ने 'उड़ान' विषय पर खूबसूरत पोस्टर बनाकर अपनी कल्पना शक्ति की ऊंचाइयां प्रकट कीं। 'पर्यावरण संरक्षण' विषय पर पावर पाइंट प्रस्तुति से विद्यार्थियों ने पर्यावरण के प्रति अपनी चिंताएं साझा कीं। वहीं, स्वरचित काव्यपाठ और तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में भी विद्यार्थियों ने बहुत उत्साह दिखाया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आरती सारंग ने बताया कि विश्वविद्यालय के वार्षिक सांस्कृतिक एवं खेलकूद आयोजन 'प्रतिभा-2017' में पहले दिन आठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें सभी विभाग के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। युवा प्रतिभाओं ने 'साकार होती डिजिटल भारत की कल्पना' विषय पर अपने विचारों को शब्द देकर निबंध में बांधा तो वहीं एनीमेशन विधा के जरिए 'स्वागत' विषय पर अपनी नवाचारी सोच को प्रकट किया। रंगोली प्रतियोगिता 'फाल्गुन' पर केंद्रित थी, जिसमें विद्यार्थियों ने फाल्गुन के विविध रंगों को दिखाया। 

तब ही दुर्गा गुणगान करें, जब नारी का सम्मान करें :

प्रतिभा के पहले दिन काव्यपाठ और तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के साथ-साथ अन्य विद्यार्थियों ने भी उत्साह दिखाया। एक ओर, समसामयिक विषयों पर तात्कालिक भाषण प्रतियोगिता में सधे हुए शब्दों में अपनी बात रखकर विद्यार्थियों ने अपनी वक्तृत्व कला का परिचय दिया। वहीं, दूसरी ओर स्वरचित कविताएं सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। योगेश्वर शांतनु ने 'तब ही दुर्गा गुणगान करें, जब नारी का सम्मान करें' पंक्तियों के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के विचार को आगे बढ़ाया। इद्रभूषण मिश्र ने अपनी कविता की पंक्तियों 'अखण्ड भारत के लौह पुरुषों की ललकार हूँ मैं, भीष्म की प्रतिज्ञा परशुराम का फरसा कटार हूँ मैं' के जरिए देशभक्ति के भाव को प्रकट किया। नेहा शुक्ला ने 'आज भक्ति को मैंने बिकते देखा... ' पंक्तियों से वर्तमान परिदृश्य पर कटाक्ष किया। जबकि बृजेश पाठक ने 'ये मन मेरा ले जाता है भीड़ में कहीं,क्या चाहता है यही जाने... ' सुनाकर खूब तालियां बटोरीं। विद्यार्थियों ने अपनी काव्य अभिव्यक्ति से निर्णायकों का मन भी जीत लिया।

क्विज में नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग ने मारी बाजी :

पहले दिन क्विज प्रतियोगिता के अंतर्गत रोचक मुकाबले हुए। अपने सामान्य ज्ञान और तीक्ष्ण बुद्धि का लौहा मनवाते हुए विश्वविद्यालय के नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग के विद्यार्थियों ने क्विज में पहला स्थान प्राप्त किया। वहीं, विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग द्वितीय और इलेक्ट्रोनिक मीडिया विभाग तृतीय स्थान प्राप्त किया।

आज की प्रतियोगिताएं :

शनिवार को फीचर लेखन, इंस्टॉलेशन, फोटोग्राफी, कोलाज, क्विज, कार्टून निर्माण, क्ले मॉडलिंग, संवाद-चर्चा और वेबसाइट निर्माण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिताएं सुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक आयोजित होंगी।

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सम्पादक

डॉ. लीना