पुणे/ सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दो मलयाली चैनलों को प्रतिबंधित किये जाने की घटना पर कहा है कि मोदी सरकार मीडिया की स्वतंत्रता को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और उसने यह प्रतिबंध फौरन हटा लिया है तथा इस मामले की जांच की जा रही है।
श्री जावड़ेकर ने शनिवार को यहां एक अस्पताल में जन औषधि केंद्र पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से कहा, “आपातकाल के दौरान उस समय की सरकार ने सेंसरसिप लगा दी थी और हमने उस दौरान उसका विरोध किया था और मैं खुद 16 महीने जेल में रहा था और कई लोग भी 15, 18 या 20 महीने जेल में रहे थे। मोदी सरकार मीडिया की आजादी को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने कहा,“ कल केरल के दो चैनलों को 48 घंटे के लिए बंद करने का आदेश सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जारी किया था। इन चैनलों पर कुछ वाक्य ऐसे थे जिन पर विवाद था लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि इन दोनों चैनलों का प्रसारण फिर से शुरू कर दिया गया है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले पर चिंता जताई है और पूछताछ की है। श्री जावड़ेकर ने कहा, “हम इस मामले की जांच कर रहे हैं कि किन अधिकारियों के कहने पर यह प्रतिबंध लगाया गया।”
उन्होंने आश्वस्त किया कि मोदी सरकार मीडिया में अभिव्यक्ति की आजादी को लेकर प्रतिबद्ध है लेकिन यह आजादी जिम्मेदारी के साथ निभाई जानी चाहिए। श्री जावड़ेकर ने कहा, “ मैं दिल्ली जाकर इस पूरे मामले को देखूंगा और आवश्यक आदेश दूंगा।”
गौरतलब है कि इन दोनों चैनलों को कल शाम साढ़े सात बजे से लेकर आठ मार्च शाम साढ़े सात तक के लिए प्रतिबंधित किये जाने पर पत्रकारों ने गहरा रोष व्यक्त किया था।