लखनऊ। शाहजहाँपुर के सोशल मीडिया पत्रकार जगेन्द्र सिंह नहीं रहे । वे 01 जून 2015 को दिन में अपने आवास विकास कॉलोनी, सदर बाज़ार स्थित मकान में सदर कोतवाल द्वारा दी गयी दबिश के दौरान आग लगने से लगभग 60 फीसदी जल गए थे, सिविल अस्पताल, लखनऊ में मौत हो गयी।
इससे पूर्व जगेन्द्र ने उन्हें जलाने की घटना इंस्पेक्टर द्वारा स्थानीय राज्यमंत्री के इशारों पर किये जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि इससे पूर्व भी 28 अप्रैल को उनके आवास के पास उनपर जानलेवा हमला किया गया था । इसमें अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उन्होंने मंत्री द्वारा अवैध खनन, जमीन पर बलपूर्वक कब्जा करने और सत्ता के दुरुपयोग को उजागर करने के कारण यह सब होने का आरोप लगाया था। 01 जून को दबिश के दौरान इंस्पेक्टर के साथ 28 अप्रैल को जगेन्द्र पर हमला करने वाला मंत्री के एक ख़ास आदमी भी मौजूद थे और उन्ही के इशारे पर यह घटना घटी।
शाहजहांपुर (उ.प्र.) के जुझारू पत्रकार जगेंद्र सिंह को जिंदा जलाकर मार डालने के आरोप में उत्तर प्रदेश के मंत्री राममूर्ति वर्मा, इंस्पेक्टर प्रकाश राय समेत कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। पीड़ित पक्ष ने मंत्री राममूर्ति वर्मा पर पत्रकार की हत्या का आरोप लगाया था। आज पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 120 बी के तहत एफआइआर दर्ज कर ली।
मूलतः खुटार (शाहजहांपुर) के मोहल्ला कोट निवासी जगेंद्र सिंह ने करीब 15 साल पहले पत्रकारिता जगत में कदम रखा था। उन्होंने अमर उजाला, हिंदुस्तान, स्वतन्त्र भारत में काम किया। अखबारों के साथ ही जगेंद्र सिंह फेसबुक पर निष्पक्ष और निर्भीक होकर खबरें पोस्ट करने लगे। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से पहले ही खबरों को जनता के बीच पहुंचाया। अपनी इसी छवि के चलते जगेंद्र सिंह नज़र में आए । जगेंद्र सिंह ने पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री राममूर्ती सिंह वर्मा के खिलाफ खूब खबरें लिखीं। मंत्री के खिलाफ खबरें छापने को लेकर उनके ऊपर 28 अप्रैल को देर शाम कार्यालय से घर जाते समय जानलेवा हमला किया गया, जिसमें वह बाल बाल बच गए, मगर उनके पैर में फैक्चर हो गया था।
पहली जून को तत्कालीन शहर कोतवाल श्रीप्रकाश राय ने उनके घर दबिश दी। इस बीच गिरफ़्तारी में नाकाम कोतवाल ने जगेंद्र सिंह के ऊपर पेट्रोल डालकर उन्हें आग लगा दी। यह बात जगेंद्र सिंह ने अपने बयानों में कही थी। करीब 65 प्रतिशत जले जगेंद्र सिंह को जिला अस्पताल से लखनऊ रेफर किया गया, जहां आठवें दिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
यूनाइटेड पत्रकार एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए कहा है कि मृतक के परिजनों को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रहेगा। शाहजहांपुर में जगेंद्र सिंह की मौत से पत्रकारों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने जगेंद्र सिंह के आश्रितों को न्याय दिलवाने की ठान ली है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने रैली निकाली। राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन एडीएम वित्त प्रमोद श्रीवास्तव को सौंपा। ज्ञापन में पत्रकार जगेंद्र सिंह के प्रकरण की सीबीसीआईडी से जाँच करवाने, उनके परिजनों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने, परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से धनराशि उपलब्ध करवाने की मांग की गई