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भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान के छह पाठ्यक्रमों को स्नातकोत्तर डिग्री की मान्यता

निर्णय से छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का रास्ता खुला

नयी दिल्ली/ पुणे स्थित भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के लिए एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने संस्थान के छह स्नातकोत्तर डिप्लोमा कार्यक्रमों को स्नातकोत्तर डिग्री के समकक्ष मान्यता प्रदान कर दी है। इस कदम से एफटीआईआई शिक्षा के एक नए दायरे में पहुंच गया है, जहां छात्रों को भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

एफटीआईआई 2011 से प्रयास कर रहा था कि उसके कुछ कार्यक्रमों को स्नातकोत्तर डिग्री की मान्यता प्राप्त हो जाए। हाल में भारतीय विश्वविद्यालय संघ की एक चार सदस्यीय समिति ने एफटीआईआई का दौरा किया था, जहां उन्हें विभागाध्यक्षों और शिक्षकों द्वारा समस्त जानकारियां दी गई थी तथा एक प्रेजेंटेशन भी समिति के समक्ष पेश किया गया था। समिति ने अध्ययन और तकनीकी विभागों का भी दौरा किया तथा परिसर में छात्र प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की।

एफटीआईआई के अध्यक्ष श्री गजेन्द्र चौहान तथा एफटीआईआई आकादमिक परिषद के सदस्य श्री पवन मानवी और श्री राजन वेलुकर ने एफटीआईआई के बारे में समिति को अवगत कराया। एफटीआईआई के प्रतिष्ठित पुरा छात्र श्री विधू विनोद चोपड़ा, श्री सतीश शाह, श्री टॉम एल्टार, श्री अमिताभ शुक्ला, श्री महेश अनय, श्री बिश्वदीप चटर्जी और श्री सिद्धार्थ तातूसकर भी प्रेजेंटेशन के समय उपस्थित थे। उपरोक्त कार्यक्रम दो और तीन वर्षों के हैं, जिनका विवरण इस प्रकार है-

सिनेमाटोग्राफी 2. संपादन 3. निर्देशन एवं पटकथा लेखन 4. साउंड रिकॉर्डिंग एवं साउंड डिजाइन 5. कला निर्देशन एवं प्रोडक्शन डिजाइन 6. अभिनय

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सम्पादक

डॉ. लीना