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पूरा मामला हुआ कानूनी

ज़ी न्यूज़ और नवीन जिंदल ने एक दूसरे पर मानहानि का ठोका मुकदमा

नई दिल्ली/ ज़ी न्यूज़ और नवीन जिंदल ब्लैकमेलिंग प्रकरण में आरोप – प्रत्यारोप के बाद अब दोनों ने एक दूसरे पर मुकदमा ठोक दिया है। ज़ी न्यूज़ ने 150 करोड़ रुपये के मानहानि का दावा किया तो नवीन जिंदल ने भी 200 करोड़ का मानहानि का दावा ठोक दिया। पूरा मामला अब पूरी तरह से कानूनी हो चुका है और अब यह कोर्ट में मामला सुलझेगा।

जी न्यूज ने कहा है कि उसने कांग्रेस सांसद और उद्योगपति नवीन जिंदल को 150 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। इधर जिंदल ने भी जी मीडिया समूह के खिलाफ 200 करोड़ रुपये का मामला दर्ज किया है, जिसमें उसने कंपनी पर पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है।
जी ने एक बयान में कहा, जी न्यूज ने नवीन जिंदल को अपने खिलाफ लगाए गए बेबुनियाद और बदनाम करने वाले आरोप वापस लेने का समय दिया है। ऐसा न होने पर नवीन जिंदल को जी न्यूज द्वारा दायर दीवानी और फौजदारी मामले का सामना करना होगा।

जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के अध्यक्ष नवीन जिंदल ने 25 अक्टूबर को एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया था कि जी न्यूज समूह ने कोयला खान आवंटन के संबंध में उनके खिलाफ रिपोर्ट का प्रसारण नहीं करने के लिए 100 करोड़ रुपये मांगे थे।जिंदल ने एक सीडी जारी की थी, जिसमें जी के संपादकों द्वारा जेएसपीएल के साथ सौदा करने की कोशिश से जुड़ा रिकॉर्ड था। गुरुवार को जेएसपीएल ने बंबई हाईकोर्ट में जी के चार कार्यकारियों के खिलाफ 200 करोड़ रुपये का मामला दर्ज किया। कंपनी ने कहा, जी न्यूज और जी बिजनेस के सुभाष चंद्रा, पुनीत गोयनका, सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया के खिलाफ नोटिस जारी हो चुका है। इस मामले की सुनवाई अगले सप्ताह में होगी।

हालांकि जिंदल के आरोप को जी समूह ने खारिज कर दिया। जी ने कहा, जी न्यूज ने जिंदल के साक्ष्यों (रिकॉर्डिंग से छेड़छाड़ कर तैयार) को पूरी तरह खारिज कर दिया है। जी न्यूज इसे एक विश्वसनीय टेलीविजन नेटवर्क को बदनाम करने की कोशिश की तरह देख रहा है। जेएसपीएल उन कंपनियों में से है, जिसका नाम कैग की रपट में बिना नीलामी वाले कोयला खान आवंटन के लाभार्थियों में शामिल है।

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पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना