Menu

 मीडियामोरचा

____________________________________पत्रकारिता के जनसरोकार

Print Friendly and PDF

पत्रकार पर अस्पताल कर्मी व गार्ड ने किया जानलेवा हमला

आईजी ने सख्त कार्रवाई का बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन को दिया आश्वासन

पटना/ बीती रात खबर कवरेज करने गए पत्रकार पर जानलेवा हमला हुआ। दानापुर में स्थित हाईटेक अस्पताल के गार्ड ने पत्रकार संजय पाण्डेय व अराधना न्यूज के संवाददाता विकास पर हमला किया। संजय के सिर में 14 टांके पड़े हैं। दोनों घायल पत्रकारों को बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर किया गया। जिसका इलाज वहां चल रहा है।

सड़क दुर्घटना में दो युवक घायल हो गए थे जिसका इलाज दानापुर के हाईटेक अस्पताल में चल रहा था जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। मृतक के परिजनों ने सूचना पत्रकार को दी तो पत्रकार अस्पताल पहुंचकर खबर कवरेज कर रहे थे इसी दौरान अस्पताल के कर्मी व गार्ड ने मिलकर दोनों पत्रकार के साथ मारपीट गाली-गलौज की और कैमरा व पैसा छीन लिया. उसी क्रम में दोनों पत्रकारों का सिर फट गया।

हालांकि घटना की सूचना मिलने पर दानापुर थाना अध्यक्ष संदीप कुमार सिंह दल - बल के साथ हाईटेक अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महासचिव प्रेम कुमार के नेतृत्व में पत्रकारों का दल पीएमसीएच में पीड़ित पत्रकार संजय पांडे से मिला। महासचिव ने एसएसपी व आईजी से भी बात की और सख्त कार्रवाई करने की मांग की। आईजी ने कहा कि आरोपी कोई भी हो, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। यूनियन ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।

Go Back

Comment

नवीनतम ---

View older posts »

पत्रिकाएँ--

175;250;e3113b18b05a1fcb91e81e1ded090b93f24b6abe175;250;cb150097774dfc51c84ab58ee179d7f15df4c524175;250;a6c926dbf8b18aa0e044d0470600e721879f830e175;250;13a1eb9e9492d0c85ecaa22a533a017b03a811f7175;250;2d0bd5e702ba5fbd6cf93c3bb31af4496b739c98175;250;5524ae0861b21601695565e291fc9a46a5aa01a6175;250;3f5d4c2c26b49398cdc34f19140db988cef92c8b175;250;53d28ccf11a5f2258dec2770c24682261b39a58a175;250;d01a50798db92480eb660ab52fc97aeff55267d1175;250;e3ef6eb4ddc24e5736d235ecbd68e454b88d5835175;250;cff38901a92ab320d4e4d127646582daa6fece06175;250;25130fee77cc6a7d68ab2492a99ed430fdff47b0175;250;7e84be03d3977911d181e8b790a80e12e21ad58a175;250;c1ebe705c563d9355a96600af90f2e1cfdf6376b175;250;911552ca3470227404da93505e63ae3c95dd56dc175;250;752583747c426bd51be54809f98c69c3528f1038175;250;ed9c8dbad8ad7c9fe8d008636b633855ff50ea2c175;250;969799be449e2055f65c603896fb29f738656784175;250;1447481c47e48a70f350800c31fe70afa2064f36175;250;8f97282f7496d06983b1c3d7797207a8ccdd8b32175;250;3c7d93bd3e7e8cda784687a58432fadb638ea913175;250;0e451815591ddc160d4393274b2230309d15a30d175;250;ff955d24bb4dbc41f6dd219dff216082120fe5f0175;250;028e71a59fee3b0ded62867ae56ab899c41bd974

पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना