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पत्रकार राजेश राज को अटल मिथिला सम्मान

साथ ही शारदा सिन्हा, उदितनारायण, विन्देश्वर पाठक समेत कुल 20 लोगों को मिथिला के उत्थान में उत्कृष्ट योगदान के लिये सम्मान 

नई दिल्ली /  दिल्ली  में मिथिला का अलख जगाने के लिये हिन्द पोस्ट मीडिया ने अटल मिथिला सम्मान का आयोजन किया, जिसमें बिहार की धरोहर, बेगूसराय की बहू और मिथिला की बेटी बिहार कोकिला पदमश्री शारदा सिन्हा और डी.डी.न्यूज़ दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार सामाजिक कार्यकर्ता राजेश राज को सम्मानित किया गया। 

दिल्ली के एक पंच सितारा होटल में आयोजित कार्यक्रम में शारदा सिन्हा और राजेश राज के अलावा मशहूर पार्श्व गायक उदितनारायण,सुलभ इंटरनेशनल के विन्देश्वर पाठक, वित् विभाग में मुख्य सतर्कता अधिकारी आईपीएस संजय झा, मुकेश सहनी, मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव,सुपौल की सांसद रंजीता रंजन समेत कुल 20 लोगों को मिथिला के उत्थान में उत्कृष्ट योगदान के लिये सम्मानित किया गया। पप्पू यादव और रंजीता रंजन को मिथिला के सर्वश्रेष्ठ दम्पत्ति के अवार्ड से सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह,ग्रामीण विकास राज्यमंत्री रामकृपाल यादव और आईपीएल के चेयरमैन सांसद राजीव शुक्ला ने किया। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर रहे मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने पार्श्व गायक उदितनारायण को सम्मानित किया ।

शारदा सिन्हा को राजीव शुक्ला और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने पुरस्कार प्रदान किये। जबकि डी.डी.न्यूज़ दिल्ली के पत्रकार और मंझौल,बेगूसराय निवासी राजेश राज को उदित नारायण और शारदा सिन्हा ने मिथिला की पारंपरिक पाग,शॉल और स्मृति चिन्ह से नवाज़ा। 

इस मौके पर शारदा सिन्हा ने कहा कि ससुराल से मैके जाने में तकरीबन 13 घंटे का सफर तय करना पड़ता था ,कोसी महासेतु बन जाने से कोसी और मिथिला की दूरी सिमट कर रह गई। ये संभव हो पाया अटल बिहारी वाजपेयी के कारण। इसलिये मिथिला सम्मान का आयोजन अटल जी के नाम पर सराहनीय प्रयास है। उदित नारायण ने कहा कि मिथिला के लोगों ने दुनिया भर के मुल्कों में अपना परचम लहराया है। कार्यक्रम में शारदा सिन्हा ने अपनी कई चर्चित गाने गाये,जबकि उदित नारायण ने भी मैथिली और हिन्दी में गाने गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिल्ली में मिथिला की धमक हमारे गौरवशाली अतीत को नई पीढ़ी से रुबरु कराने की प्रेरणा देता दिखा  है।

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पुरालेख--

सम्पादक

डॉ. लीना