नयी दिल्ली/ भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने सरकार और मीडिया संस्थानों से अपील की कि वे पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के षडयंत्रकारियों को सजा दिलाने के लिए काम करें।
पीसीआई ने पत्रकारों के खिलाफ अपराध पर दंड मुक्ति के विरूद्ध अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर कल एक बयान जारी करके कहा कि लोकतंत्र के हित में पत्रकारों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। बयान में यूनेस्को के ताजा अध्ययन का हवाला दिया गया है जिसके मुताबिक युद्धग्रस्त क्षेत्रों की तुलना में भ्रष्ट और अवैध गतिविधियों को उजागर करने के कारण ज्यादा पत्रकारों की मौत होती है।
बयान में कहा गया है “जो पत्रकार कोई विशेष सुविधा नहीं लेते और अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करते हैं, बेजुबानों की आवाज बनते हैं, लाेकतांत्रिक प्रशासन के सभी अंगों का कर्त्तव्य है कि ऐसे पत्रकारों के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराये ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों का समुचित तरीके से निर्वहन कर सकें।