दैनिक जागरण की मुहिम ‘हिंदी हैं हम के’ तहत ज्ञानवृत्ति में अधिकतम 3 शोधार्थियों को चुना जाएगा तथा प्रतिमाह 75000 रूपये दिए जायेंगे, देशभर से 671 शोधार्थियों ने ज्ञानवृत्ति के लिए किये आवेदन
नई दिल्ली/ हिंदी में मौलिक शोध को बढ़ावा देने के लिए दैनिक जागरण ने ज्ञानवृत्ति के अंतर्गत एक नई शुरुवात की थी, जिसमे 145 शोधार्थियों की सूची घोषित की गयी है।
दैनिक जागरण की मुहिम ‘हिंदी हैं हम’ के तहत ज्ञानवृत्ति में अधिकतम 3 शोधार्थियों को चुना जाएगा तथा प्रतिमाह 75000 रूपये (6-9 महीने ) दिए जाने का प्रवधान है।
इस अनोखी पहल के लिए देश के विभिन्न राज्यों दिल्ली ,उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, हिमांचल, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से 671 शोधार्थियों द्वारा आवेदन भेजे गये थे।
ज्ञानवृत्ति के निर्णायक मंडल एस. एन. चौधरी, प्रोफ़ेसर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, श्री शक्ति सिन्हा निदेशक, नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी एवं दैनिक जागरण संपादक मंडल है।
दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के अंतर्गत साहित्य से इतर अन्य विषयों राजनीति शास्त्र, समाज शास्त्र, इतिहास और कूटनीति आदि में हिंदी में मौलिक शोध कराने के लिए शोधार्थियों से आवेदन आमंत्रित किए गये थे, और आवेदनकर्ताओं से संबंधित विषय पर हजार शब्दों में एक सिनॉप्सिस भी मांगे गए थे। आवेदन हेतु दिसंबर 31, 2017 अंतिम तारीख थी, एवं आवेदनकर्ता की उम्र 25 वर्ष से अधिक होने के साथ –साथ कम से कम स्नातक होना भी अनिवार्य था।
ज्ञानवृत्ति के दौरान चयनित शोधार्थीयों को हर तीन महीने पर अपने कार्य की प्रगति रिपोर्ट विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करनी होगी। शोध की समाप्ति के बाद शोधार्थी को करीब दो सौ पन्नों की एक पुस्तक प्रस्तुत करनी होगी। दैनिक जागरण ज्ञानवृत्ति के तहत किए गए शोधकार्य के प्रकाशन में दैनिक जागरण मदद करेगा लेकिन पुस्तक पर शोधार्थी का सर्वाधिकार सुरक्षित होगा ।
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