दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने बताया इसे सरकार का लक्ष्य
नई दिल्ली। देश में डिजिटल साक्षरता में तेजी से बढ़ोतरी के लिए मंच तैयार हो चुका है। सरकार का लक्ष्य तीन वर्षों की अवधि में डिजिटल साक्षरता को 15 प्रतिशत के वर्तमान स्तर से बढ़ाकर कम से कम 50 प्रतिशत तक पहुंचा देने का है। दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने ‘साइबर सुरक्षा एवं साइबर जागरूकता पर डिजिटल इंडिया सप्ताह की ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता’ के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए आयोजित समारोह की अध्यक्षता करने के दौरान आज यहां यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भारत को वास्तविक रूप से एक डिजिटलीकृत समाज बनाने के लिए 100 प्रतिशत डिजिटल साक्षरता की जरूरत है। श्री प्रसाद ने कहा कि पूरा विश्व भारत में हो रहे घटनाक्रमों को गौर से देख रहा है और उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरने की जिम्मेदारी देश के युवाओं की है। उन्होंने कहा कि भारत में सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रोनिक मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्रों में संभावनाओं की तलाश करने के लिए 4,000 से अधिक अन्वेषक यहां आ चुके है। उन्होंने कहा कि ज्ञान अर्थव्यवस्था बदलाव की वाहक साबित होगी तथा इस दिशा में सरकार के कदम देश को निश्चित रूप से एक लाभदायक स्थिति में ला खड़ा करेंगे।
इस पहल के एक हिस्से के रूप में सरकार ने इन्टेल के सहयोग से 01 जुलाई, 2015 से 07 जुलाई, 2015 तक डिजिटल इंडिया सप्ताह के दौरान साइबर सुरक्षा एवं साइबर जागरूकता पर एक ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में सभी 36 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों से लगभग 10 लाख छात्रों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता का संचालन कक्षा 6 से 8 तथा कक्षा 9 से 12 तक के स्कूली छात्रों के लिए किया गया। पूरी प्रतियोगिता ऑनलाइन थी और ऑटोमेटेड सिस्टम से सही उत्तरों की पहचान की गई तथा विजेताओं का चयन किया गया। लगभग 32 हजार छात्रों, जिन्होंने प्रतियोगिता का लेवल-2 पूरा किया, को उनका मेरिट सर्टिफिकेट ऑनलाइन प्राप्त हुआ। प्रत्येक राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश से 4 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों को विजेता चुना गया।
सुबह में पुरस्कार समारोह पूर्व स्कूली छात्रों के लिए ‘साइबर सुरक्षा एवं साइबर जागरूकता’ पर एक कार्यशाला का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों को साइबर सुरक्षा के बारे में संवेदनशील बनाया गया।
यह पुरस्कार समारोह साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता को और अधिक बढ़ायेगा तथा डिजिटल इंडिया के समग्र विजन में योगदान देगा, जो खासकर स्कूली छात्रों के लिए एक सुरक्षित डिजिटल विश्व सुनिश्चित करेगा। (PIB)