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डिजिटल एवं मोबाइल टूल्‍स एम एन ई सेक्‍टर में व्‍यापक बदलाव ला रहे हैं : वेंकैया नायडू

सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने सीआईआई बिग पिक्‍चर सम्‍मेलन के पांचवें संस्‍करण में उद्घाटन भाषण दिया

नई दिल्‍ली / केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि डिजिटल एवं मोबाइल टूल्‍स मीडिया एवं मनोरंजन (एम एवं ई) सेक्‍टर में व्‍यापक बदलाव ला रहे हैं। 4जी, ब्रॉडबैंड, मोबाइल टेक्नॉलाजिज, डिजिटल मीडिया ने एम एवं ई क्षेत्र को ‘सभी प्‍लेटफॉर्म एवं कांटेंट में कन्‍जर्वेंस’ की दिशा में आगे बढ़ने में सक्षम बनाया है। भारत सरकार के ‘मेक एंड इंडिया, ‘स्किल इंडिया’ एवं‘डिजिटल इंडिया’ अभियान स्‍पष्‍ट रूप से जीएसटी समेत नये बदलाव के सकारात्‍मक संकेत हैं जिसके एम एवं ई सेक्‍टर के लिए एक गेम चेंजर बनने की उम्‍मीद है। श्री नायडू ने आज नई दिल्‍ली में सीआईआई बिग पिक्‍चर सम्‍मेलन के पांचवें संस्‍करण के उद्घाटन समारोह में उद्घाटन भाषण देते हुए ये उद्गार व्‍यक्‍त किये।

इस वर्ष के सम्‍मेलन की विषय वस्‍तु ‘प्रतिस्‍पर्धी बने रहने के लिए चुनौतियों का सामना करना’ है।

एम एवं ई उद्योग के लिए कौशल क्षेत्र में अवसरों के बारे में श्री नायडू ने कहा कि सरकार विभिन्‍न क्षेत्रों में पेशेवर व्‍यक्तियों की भारी किल्‍लत से पूर्णतया अवगत है। उन्‍होंने जिक्र किया कि वह चाहेंगे कि उद्योग मांग एव आपूर्ति के अनुरूप उठाये जाने वाले कदमों एवं कौशल आकलन तथा आवश्‍यकताओं पर केन्द्रित विभिन्‍न सत्रों के लिए सम्‍मेलन में होने वाले विचार विमर्शों से उत्‍पन्‍न संस्‍तु‍तियों पर अपनी अनुशंसाएं दें।

उद्योग के लिए विकास संभावनाओं के मुद्दे पर श्री नायडू ने कहा कि राष्‍ट्रीय नीति के एक हिस्‍से के रूप में सरकार उपयुक्‍त क्षेत्रों में सही प्रतिभा को प्राप्‍त करने के लिए अवसंरचना वि‍कसित करने हेतु उद्योग के साथ काम करेगी। भारत में एम एवं ई क्षेत्र में हमेशा ही एक बहुत उदार मीडिया बाजार रहा है और प्रसारण क्षेत्र में विदेशी प्रत्‍यक्ष निवेश को खोलने एवं उदार बनाने समेत कई कदम उठाये गये हैं।

फिल्‍म क्षेत्र में उठाये गये कदमों के बारे में श्री नायडू ने कहा कि भारत में फिल्‍म शूटिंग स्‍थलों एवं डिजिटल मीडिया हब को देखते हुए इस क्षेत्र को वि‍श्‍व में अग्रणी बनाये जाने की प्रचुर संभावना है। हमारी फिल्‍में, कलाकार, कंटेंट एवं टेक्नॉलाजी नये एवं उभरते वैश्विक बाजारों में अपनी पहुंच बढ़ा रहीं हैं और सरकार का लक्ष्‍य एक सक्षमकारी नियामक वातावरण के निर्माण के जरिये इस बदलाव को सरल बनाना है। अन्‍य देशों के साथ सह-निर्माण समझौतों ने भारत के सॉफ्ट पावर का प्रोजेक्‍शन और ब्रॉडिंग सुनिश्‍चि‍त की है।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित इस सम्‍मेलन की थीम ‘प्रतिस्‍पर्धी बने रहने के लिए चुनौतियों का सामना करना’ के मुद्दे पर मंत्री महोदय ने कहा कि इस प्रक्रिया ने दुनिया भर में व्‍यवसाय मॉडलों को उल्‍लेखनीय रूप से बदल दिया है। भारत के मीडिया एवं मनोरंजन उद्योग को डिजिटल मनोरंजन प्रक्रिया के प्रमुख तत्‍वों  नेटवर्कों, डिवाईसेज एवं कंटेंट का कंवर्जेंस सुनिश्चित करने के लिए एक स्‍पष्‍ट रोड मैप की रूपरेखा बनाने की जरूरत है। श्री नायडू ने सरकार की डिजिटल इंडिया एवं स्‍मार्ट सिटी पहल का जिक्र किया जिसका टियर-2 एवं टियर-3 नगरों में इंटरनेट की पैठ बढ़ाने पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा। उन्‍होंने उपभोक्‍ताओं के व्‍यवसायिक एवं व्‍यक्तिगत जीवनों के लिए एक महत्‍वपूर्ण भूमिका के रूप में स्‍मार्ट फोन की क्षमता का भी जिक्र किया। उन्‍होंने कहा कि डिजिटल इको सिस्‍टम की क्षमता का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए सरकार की पहल और निजी क्षेत्र की भागीदारी आवश्‍यक है। (PIB)

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सम्पादक

डॉ. लीना