नयी दिल्ली/ द एडीटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने कश्मीर घाटी में संचार संपर्क लगातार बंद रखे जाने पर चिंता जताते हुए कहा कि तालाबंदी स्थानीय मीडिया के लिए खतरनाक है। गिल्ड ने शनिवार को एक बयान में कहा कि कुछ बाहरी पत्रकार अपनी रिपोर्ट देने में सक्षम हो सकते हैं , क्योंकि वह घाटी से बाहर के हैं। घाटी में तालाबंदी की स्थिति उन स्थानीय मीडिया के लिए खतरनाक है , जो मौके पर खबरों के पहले प्रत्यक्षदर्शी होते हैं।
बयान में कहा गया कि सरकार जानती है कि इंटरनेट के बिना खबरों का प्रकाशन और प्रेषण असंभव है। जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति में, इस तरह के प्रतिबंधों से मुक्त, स्वतंत्र मीडिया की भूमिका, समाचार के प्रसार और सरकार और सुरक्षा के संस्थानों पर निगरानी रखने के अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य में मदद करना महत्वपूर्ण है।
गिल्ड ने कहा कि सभी पत्रकार और सभी भारतीय नागरिक समान स्वतंत्रता के हकदार हैं। गिल्ड ने सरकार से मीडिया के लिए संचार संपर्क सामान्य रूप से बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है।