नयी दिल्ली/ दिल्ली उच्च न्यायालय ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में बलात्कार की पीड़ित बच्ची की पहचान उजागर करने वाले मीडिया घरानों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए दस- दस लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
न्यायालय ने कहा है कि जिस भी मीडिया घराने ने कठुआ सामूहिक बलात्कार पीड़िता की पहचान उजागर की है उन्हें दस- दस लाख रुपए का जुर्माना देना होगा। साथ ही जो इस मामले में दोषी पाया जायेगा उसको छह महीने की जेल की सजा भी हो सकती है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गयी थी। इस मामले में कई मीडिया चैनलों ने पीड़िता की फोटो के साथ उसके नाम का भी प्रसारण किया था। इस पर उच्च न्यायालय ने धारा 228 ए ई का उल्लंघन मानते हुए नोटिस जारी किया था।
न्यायालय ने कहा है कि इस मामले में जिन लोगों को नोटिस जारी किया गया था वे दस- दस लाख रुपए न्यायालय में जमा करायें। यह पैसा जम्मू कश्मीर में पीड़ित लोगों के लिए बने कोष में हस्तांतरित किया जायेगा। न्यायालय इस मामले में अगली सुनवाई 25 अप्रैल को करेगा।