हर उस मीडिया संस्थान, प्रबंधन, व्यक्ति से लड़ने की, जो भ्रष्टाचार, कर्मचारियों के शोषण, पेड़ न्यूज़ और बेईमानी को आगे बढाता है
जितेन्द्र कुमार ज्योति कहते है पिछले 5 महीने से फॉरवर्ड प्रेस में बतौर पत्रकारिता कर रहा हूँ। कई ऐसे पहलू को भीतर से जानने का मौका मिला और प्रत्यक्ष देखा भी। कैसे नए युवा लड़के, लड़कियों का शोषण होता है, पेड़ न्यूज़ कैसे छपता है, कैसे संस्थान में प्रबंध संपादक अय्याशी करता है, बेईमानी के दम पर आगे बढ़ता है, कैसे कर्मचारियों का शोषण किया जाता है सब देखा और जाना। अब चुप नहीं रहूँगा, न सहूंगा, बहुत हो गया ! लडूंगा और संघर्ष करूँगा जबतक प्राण है। मै युवा पत्रकार हूँ। मै सभी ईमानदार पत्रकारों से निवेदन करता हूँ कि मुझे अपना आशीर्वाद दें और साथ दें। हो सकता है मुझे अपने संस्थान से निकाल दिया जाये और नौकरी के लिए दर दर भटकना हो, लेकिन मै हारूँगा नहीं। जनता का सहयोग और ईमानदार पत्रकार के दम पर ईमानदारी से लडूंगा। कई धमकियाँ भी मिल रही है, लेकिन अभी कुछ नहीं बोलूँगा। यहाँ के मालिक से मैंने प्रबंध संपादक के खिलाफ कई दफे शिकायत की लेकिन परिणाम ढाक के तिन पात वाली ही रही। अंत में मैंने यह निर्णय लिया कि मै पत्रकारिता के ही माध्यम से अपनी बात सबके सामने रखूँगा। अतः आप सभी अनुभवी, वरिष्ठ और युवा पत्रकारों से मै निवेदन करता हूँ कि वो मेरा साथ दे।
जितेन्द्र कुमार ज्योति
पत्रकार, फॉरवर्ड प्रेस पत्रिका (दिल्ली )
सम्पर्क -8882132820
(विज्ञप्ति)